राजपूत बिरादरी के बीच तेजी से बढ़ रही उपेंद्र राणा के गानों की डिमांड


 


राजपूत बिरादरी के बीच तेजी से बढ़ रही उपेंद्र राणा के गानों की डिमांड



उपेंद्र राणा


संक्षिप्त परिचय


नॉएडा डबरी क़स्बा दादरी धौलाना तिलखुवा के निवासी उपेंद्र अब किसी परिचय के मोहताज नहीं है वो कहते है ना  कि आदमी का काम बोलता है , जी हाँ उपेंद्र राणा का काम अब सफलता के शीर्ष पर पहुँच कर अपना परिचय दे रहा भले ही वे किसी बहुत बड़े प्रोडक्शन हाउस से सम्बन्ध न रखते हो लेकिन आज उनके गाने राजपूत युवाओं में सिर्फ चढ़कर बोल रहे , उनकी वीर रस से भरी गायन शैली , ने सभी को अपना कायल बना दिया है और उनकी आवाज ऐसी जो मुर्दे में भी जान फूक दे


ताजा आंकड़ों की माने तो अब सिर्फ राजपूत ही नहीं अन्य वर्गों के लोग भी उपेंद्र जी की तारीफ करते नहीं थक रहे , और तारीफ भी क्यों न करे , क्यूंकि उनका गायन किसी भी तरह के परिचय का मोहताज नहीं है वे 1994 से  से अपना गायन शुरू कर चुके थे


लेकिन उन्हें इस लाइन में साफ़त होते होते काफी ज्यादा समय लग गया संस्धानों की कमी और परिवार व राजपूत बिरादरी के विरोध के बावजूद उन्होंने अपने दम पर अकेले ही  गायन के क्षेत्र में अपने प्रयास जारी रक्खे और उनके गायब को वो रफ़्तार जिसकी उन्हें तलाश थी वह तब पूरी हुई जब उन्हें सिसोदिया कैसेट में काम करने का मौका मिला


आइये जानते है उपेंद्र राणा जी और धरा साक्षी टीम के बीच हुई खास बातचीत के कुछ अंश


शुरुआत कैसी रही गायन  की ?


बात अगर उपेंद्र जी के गाना शुरू करने की करे तो वे १९९४ से ही गायन में लग गए थे , और ये उनके लिए बिलकुल भी आसान नहीं था , क्यूंकि राजपूत बिरादरी में गाने सुनने और बड़े बड़े आयोजन की चाह तो बहुत होती है लेकिन खुद गाना अपनी फिजा के प्रतिकूल है ऐसे ही ना जाने कितने कड़े विरोध उपेंद्र राणा जी को झेलने पड़े , लोग उन्हें ताना मारते कि राजपूत बिरादरी कि नाक कटा रहे हो ,लेकिन फिर भी उपेंद्र राणा जी ने अपने प्रयास जारी रक्खे , और तो और उनके गाँव के लोग और बिरादरी के लोग तो यहाँ तक कह देने में नहीं चूकते थे कि क्या ये सब काम हमारी बिरादरी के है और उन्हें ऐसे ही अन्य तानो के बीच काफी लम्बे समय तक उपेक्षा का शिकार भी होना पड़ा


राणा प्रताप के जीवन से मिली है प्रेरणा


वैसे तो हमराना प्रताप के जीवन पूरे भारतवर्ष को जीत कि प्रेरणा मिलती है लेकिन उपेंद्र कि राणा प्रताप में ऐसी लगन लगी कि जब उन्होंने सुना कि पंडित गुरु शरण दास ने महाराणा प्रताप का इतिहास लिखा है , और जब उन्होंने उस काव्य कि चंद लाइने पढ़ी तो फिर उनका रुकना मुश्किल हो गया अब उपेंद्र के अंदर कुछ करने जज्बा जाग चुका था और फिर उन्होंने पीछे पलट कर नहीं देखा , और जब ऐसी ही अन्य वीररस से भरी अन्य रचनाओं को राजपूत समाज ने सुना तो फिर उपेन्दर जी का हौसला बढ़ा और वे लगातार अपनी गायन शैली और अपने स्तर पर काम करते चले गए , उपेन्दर महाराणा प्रताप से यहाँ तक प्रभावित रहे कि अपना सरनेम सिसोदिया होने के बावजूद उन्होंने अपने नाम के आगे राणा लगा लिया और आज उपेंद्र राणा ही उनकी पहचान है


वीररस से ओतपोत सभी गाने


महारणा प्रताप के नाती ,पीतल ते हम भर दे छाती ,ऐटिटूटे हम नहीं दिखावे , दुश्मन के हम छक्के छुड़ावें ,


ऐसी  जबरदस्त लाइनो के बीच , एक कर्कश और जोशीली आवाज़ के धनी  उपेंद्र जी जब गाते है तो लोगों के रोम रोम खड़े हो जाते है , आज के समय में स्टेज कार्यक्रमों या फिर महासभा में खासकर  ऐसे गांव कि डिमांड लगातार आ रही और राजपूतो कि इस जरुरत को तो उपेंद्र बखूबी पूरी कर रहे है


अब क्या कहते है लोग


बात यदि वर्तमान समय की करे तो आज उपेंद्र सभी के प्यारे है खासकर राजपूत वर्ग के युवाओं के बीच , उनके गायन सभी के लिए प्रिय है चाहे वे देश सेवा में लगे सैनिक हो या फिर सिविल सर्विसेज के युवा सभी में उनकी एक अलग पहचान है , और आप उनके विडिओ में भी अक्सर ही ढेर सारे युवाओं को शामिल होते हुए देख सकते है , वे राजपूती इतिहास को अपने गांव में पकड़ कर चलते है और कई गांव में उनक आकड़ों को भी दोहराते देखे जा सकते है


बात यदि उनके गीतों के लेखन की करे तो वे स्वयं ही लिखते है लेकिन एक शख्स है जिसे वे अपना सब से बड़ा मददगार मानते है , और उनका नाम है देवेंद्र यादव ,


बात यदि उपेंद्र राणा जी की करे तो वे एक सरल स्वभाव के धनि है  वे समाज के सभी  वर्गों का सम्मान करते है उनके विचार ऐसे बिलकुल भी नहीं है कि वे किसी को नीचे दिखाने के प्रयास करे ,बस वे शौकिया तौर पर अपने राजपूत वर्ग पर गाने बनाते है ऐसा वे इसीलिए करते है  क्यूंकि उन्हें अपनी संस्कृति से प्रेम है और लगातार राजपूत वर्ग के युवाओं की भारी डिमांड के चलते वे राजपूत समाज से जुड़े गाने बना रहे है


इसके अलावा सिसोदिया कैसेट के लिए भी ये विभिन्न तरह के गाने बीच बीच में गाते ही रहते है


 


उपेंद्र राणा जी के यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए https://www.youtube.com/channel/UCAH1J4WBPxWoSGrm-Ka-NZA पर क्लिक करे



और अभी हाल ही में उन्होंने एक और चैनल लांच किया है जिसे आप इस लिंक के माध्यम से https://www.youtube.com/channel/UC1xmBKvKRNHqi-ESmzERE7A फॉलो कर सकते है



हमारी टीम उपेंद्र राणा जी को बधाई देती है और साथ ही आने वाले गीतों के लिए शुभकामनाये भी देती है


Post a Comment

Previous Post Next Post

प्रेस विज्ञप्ति व विज्ञापन के लिये ,हमें ईमेल करे editordharasakshi@gmail.com