सपा बसपा के 15 साल पर भारी योगी के तीन साल


सपा बसपा के 15 साल पर भारी योगी के तीन साल



 बृजनंदन राजू
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने कार्यकाल के सफलतापूर्वक तीन साल पूरे कर रही है। नि:संदेशह योगी सरकार के तीन साल का काम सपा बसपा के 15 साल के कार्यकाल पर भारी पड़ रहा है। जो काम सपा बसपा की सरकारें 15 साल में नहीं कर पायी। वह कार्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महज तीन साल में कर दिखाया है।
योगी ने जो तय किया वह किया। जो ठान लिया उसे समय पर पूरा कर दिखाया। कड़क मिजाज के साथ कठोर परिश्रम और त्वरित निर्णय के अलावा शुचिता समन्वय योगी आदित्यनाथ  की पहचान है। वह सतत राष्ट्र साधना में रत मोदी के नक्शेकदम पर चलने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले काम किया था गौरक्षा का। एक आदेश  से प्रदेश के सारे अवैध बूचड़खाने बंद कराये। बड़ा बजट आवंटन कर गौशालाओं का निर्माण कराया। धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ। आध्यात्मिक नगरी अयोध्या और काशी का विकास उसकी गरिमा के अनुकूल सांस्कृतिक मापदंडों के आधार पर किया जा रहा है। अयोध्या और काशी विश्व की ऐसी नगरी होगी जहां प्राचीनता के साथ—साथ आधुनिकता का भी कलेवर जल्द देखने को मिलेगा।
नागरिकों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता होती है। इसलिए योगी ने अपराधियों को ठिकाने लगाने का काम किया। बड़ी संख्या में इन्काउन्टर किये गये। परिणाम स्वरूप प्रदेश में शांति व्यवस्था कायम हुई। बिजली पानी सड़क स्वास्थ्य सुरक्षा में प्रदेश को अव्वल बनाया। 
योगी ने सबके प्रति समत्व भाव रखते हुए सरकारी योजनाओं को बिना भेदभाव के हर वर्ग तक पहुंचाया। जबकि पूर्ववर्ती सरकारों जाति मत मजहब के आधार पर काम होता था। जैसे हठयोग सम्पूर्ण शरीर की जड़ता को दूर कर शरीर मन बुद्धि को सबल एवं चैतन्य युक्त बनाती है उसी प्रकार योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों में व्याप्त जड़ता को दूर कर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में लगे हैं।
यही कारण है कि देश में कहीं भी चुनाव हो मोदी अमितशाह के बाद सर्वाधिक मांग योगी आदित्यनाथ की ही रहती है। विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर नकेल कसने का काम किया। पूर्व की सरकारों में आजम खां और गायत्री प्रजापति जैसे लोगों ने भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा पार करते हुए संपत्ति अर्जित की। आज आजम व गायत्री जेल की हवा खा रहे हैं। बहन बेटियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो का गठन किया। एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन कर सरकारी भूमि को भूमाफिआयों से मुक्त कराया
मुख्यमंत्री ने जहां परम्परागत उद्योग को बढ़ावा देने के लिए वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट लांच किया। वहीं प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देते हुए अयोध्या मथुरा काशी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। योगी सरकार ने प्रदेश के 400 महत्वपूर्ण स्थलों को पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्द्धन योजना बनाई है, जिसके तहत प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक पर्यटन केंद्र विकसित किया जा रहा है।


योगी सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए विभागों में ई-ऑफिस और सड़क, शराब व खनन पट्टों के आवंटन में ई-टेंडर, सरकारी समानों की खरीद-फरोख्त के लिए ई-प्रोक्योरमेंट व्यवस्था लागू की। वहीं सरकारी अनुदान लाभार्थियों के खाते में सीधे भुगतान की पहल की गई। राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए ई-पॉश मशीन को प्रयोग किया गया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने आम लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सहयोग के लिए एंटी करप्शन पोर्टल शुरू किया। इसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं लेकिन  जो भ्रष्टाचार का काकश नीचे तक फैला है उसे तोड़ने के लिए कठोर प्रहार की जरूरत है। पुलिस विभाग आज भी मनमाने ढ़ंग से चल रहा है। जितनी स्वतंत्र वर्तमान में यूपी पुलिस है। उतनी आजादी पुलिस को किसी की सरकार में नहीं रही है। आज पुलिस के भाव इतने बढ़ गये हैं कि सत्ता पक्ष के सांसद विधायक की भी पुलिस नहीं सुन रही है। पुलिस महकमे को दबाव से मुक्त होना चाहिए लेकिन यूपी पुलिस इतनी भरोसेमंद नहीं है जितना योगी जी समझ रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा में भी सुधार हो रह है। लेकिन आज भी बहुत से सीएचसी पीएचसी पर चिकित्सक निययित नहीं पहुंच रहे हैं।


योगी से योगीराज तक हार-जीत की परवाह किए बिना नोएडा न जाने का मिथक कई बार तोड़ा।
दिल्ली में जब नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसा और उपद्रव शुरू हुआ तो इसकी आंच उत्तर प्रदेश में भी लगी। विरोधियों ने चिंगारी उदगारने का काम किया। परिणाम स्वरूप यूपी के कई शहरों में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये। नागरिकता संशोधन कानून की आड़ में यूपी को जलाने की साजिश रची गयी थी। योगी आदित्यनाथ स्थिति को भांप गये। योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदेश में हुए रियेक्शन पर जो एक्शन लिया है वह काबिले तारीफ है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदर्शन के दौरान हुए सार्वजनिक सम्मपत्ति के नुकसान की भरपाई प्रदर्शनकारियों द्वारा कराकर एक नयी परम्परा की शुरूआत की है। उपद्रवियों से निपटने के योगी के इस फार्मूले की देशभर में चर्चा हो रही है। प्रदर्शन करने वालों के विरूद्ध जिस तत्परता का परिचय उत्तर प्रदेश के पुलिस के जवानों ने दिखाया है वह काबिलेतारीफ है। सरकार और पुलिस प्रशासन की तत्परता की वजह से उत्तर प्रदेश को सुलगने से बचा लिया गया। मोदी के बाद योगी पर ही भाजपा का दारोमदार है। क्योंकि हिन्दुत्ववादी चेहरे के साथ ही देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री भी हैं। जिस तरह नागरिकता संशोधन कानून पास होने के बाद बड़ी हिंसा को काबू करने में सफल रहे वह काबिले तारीफ है।
योगी सरकार राष्ट्रहित में कठोर निर्णय लेने के लिए जानी जाएगी। इन सब विरोध प्रदर्शनों से निपटने के लिए  योगी आदित्यनाथ ने जो तरीका अपनाया वह स्वागत योग्य कदम था। क्योंकि जब प्रदर्शनकारी पूरी तैयारी के साथ प्रदर्शन करने आये थे तो पुलिस ने भी हाथ साफ करने में कोर कसर नहीं छोड़ी। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए दण्ड जरूरी है। दंगाइयों के खिलाफ सरकार जिस तरह की कार्रवाई योगी सरकार ने की है वो पूरे देश में एक मिसाल बन चुकी है। यही कारण है कि जिस वक्त दंगाई दिल्ली को जला रहे थे, उस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कैमरे के सामने दहाड़ रहे थे कि किसी में हिम्मत हो तो उत्तर प्रदेश में बवाल करके देखे। दिल्ली कई दिन जलती रही, जबकि उत्तर प्रदेश में उपद्रवी घरों में दुबके रहे।  दिल्ली से पहले लखनऊ में भी एक दिन जमकर उपद्रव हुआ था। दंगाइयों ने महिलाओं-बच्चों को आगे खड़ा करके दिनभर खूब हिंसा, लूटपाट और आगजनी की थी। तमाम सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ। महिलाओं-बच्चों की ढाल के चलते पुलिस कुछ कर नहीं पाई। इससे निपटने के लिए योगीजी ने नया रास्ता निकाला। उपद्रवियों की वीडियो फुटेज निकलवाकर शहरभर में इनकी होर्डिंग लगवा दी और वसूली के नोटिस इनके घरों के दरवाजों पर चस्पा करवा दिए। उपद्रव करने वालों पर गगेसटर लगा है। 
शासन सत्ता की कुछ मर्यादाएं होती हैं। लेकिन योग धर्म सन्यास धर्म निभाते हुए जिस तरह शासन सत्ता की मर्यादाओं का पालन करते हुए राजधर्म का निर्वहन योगी जी कर रहे हैं वह अपने आप में बेमिसाल है।
ये लेखक के निजी विचार है 


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