अयोध्या -धर्मशाला निर्माण को एकजुट हुआ खंगार क्षत्रिय समाज

 


अंकित सिंह "खड्गधारी"  
आयोध्या। अयोध्या में धर्मशाला (साकेत बिहारी खंगार क्षत्रिय धर्मशाला झुनका घाट)निर्माण के लिए खंगार क्षत्रिय समाज ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस समाज ने धार्मिक और सामाजिक सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए अयोध्या में एक धर्मशाला बनाने का निर्णय लिया है। यह धर्मशाला आने वाले तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं के लिए एक आरामदायक और सुविधाजनक ठहराव स्थल होगी। खंगार क्षत्रिय समाज की यह पहल न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक सहयोग और सामुदायिक सेवा की भावना को भी बढ़ावा देती है। धर्मशाला का निर्माण समाज के सदस्यों के आपसी सहयोग और समर्थन से किया जा रहा है, जो समाज की एकता और परस्पर सहायता की भावना को प्रकट करता है।

 


अयोध्या, जो कि भगवान राम की जन्मस्थली मानी जाती है, एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, और यहां पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। धर्मशाला का निर्माण इन तीर्थयात्रियों को ठहरने की अच्छी सुविधा प्रदान करेगा, जिससे उनकी यात्रा और भी सुगम और आनंदमय हो जाएगी।खंगार क्षत्रिय समाज की इस पहल को स्थानीय समुदाय और अन्य समाजों से भी सराहना मिल रही है। यह कदम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक और सामुदायिक दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण योगदान है।विदित हो  इस धर्मशाला के महंथ मुकेश शरण ने खंगार क्षत्रिय समाज के सदस्यों से धर्मशाला के निर्माण में सहयोग करने का आह्वान किया है। इसके समर्थन में टीकमगढ़ जिले (एमपी) के गोपाल सिंह राय ने इस बैठक का सफल आयोजन किया और आगंतुकों के लिए रुकने और खाने-पीने की व्यवस्था भी की। उन्होंने मंच का संचालन करते हुए सभी अतिथियों से अपने विचार रखने का आग्रह किया।इस महत्वपूर्ण आयोजन में यूपी, एमपी, बिहार और महाराष्ट्र से खंगार क्षत्रिय समाज के लोग शामिल हुए। गोपाल सिंह राय ने मंच संचालन के दौरान लोगों से समिति बनाने और उसके गठन के बारे में विचार मांगे।


 कानपुर से आये अधिवक्ता यशवीर सिंह ने धर्मशाला की जमीन के रजिस्ट्रेशन की जानकारी पर जोर दिया ताकि सभी कार्य कानूनी दायरे में हो और किसी प्रकार की अवैधता न हो। उन्होंने धर्मशाला के नक्शे की भी बात की।पत्रकार अशोक मिर्धा ने समिति निर्माण के साथ धर्मशाला के महंथ मुकेश शरण को प्रमुखता देने की बात कही और कहा कि सभी कार्य उनकी देखरेख में होने चाहिए। उन्होंने दूर रहकर भी आर्थिक सहयोग देने का वचन दिया।खंगार क्षत्रिय समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष,उपाध्यक्ष और प्रवक्ता आर के राणा ने भी उचित सलाह देते हुए समिति बनाने की बात कही और महंथ मुकेश शरण को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।


चर्चा में मध्य प्रदेश दतिया के कोकसिंह ने बताया दतिया जिला के श्री भारत शरण जी द्वारा 1973 में साकेत बिहारी खंगार क्षत्रिय समाज धर्मशाला स्थल को खरीदा गया था इस स्थान पर महंत महावीर शरण जी इसके पश्चात गंगा शरण जी उनके शरीर त्यागने  के पश्चात वर्तमान में मुकेश रणजी महंत की  गद्दी पर विराजमान है  बैठक के बीच में  कोकसिंह ने जिम्मेदारी ली की में दतिया जिले के खंगार क्षत्रिय समाज बंधुओ को प्रमुखता से जोड़कर धर्मशाला का पुनर्निर्माण करवाऊगा। देशभर के समाज बंधुओं ने भी एक राय के साथ कहा हम सभी भी तन मन धन से सहयोगी रहेंग। इस प्रकार, अयोध्या में धर्मशाला निर्माण के लिए उम्दा खंगार क्षत्रिय समाज की यह पहल न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक सहयोग और सामुदायिक सेवा की भावना को भी बढ़ावा देती है। धर्मशाला का निर्माण समाज के सदस्यों के आपसी सहयोग और समर्थन से किया जा रहा है, जो समाज की एकता और परस्पर सहायता की भावना को प्रकट करता है। यह कदम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक और सामुदायिक दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण योगदान है।


 


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