कब और किसे करवाना चाहिए लिवर फंक्शन टेस्ट, जानें क्यों जरूरी है लिवर की सही जांच

 

लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो कई आवश्यक कार्य करता है, जैसे कि रक्त को साफ करना, पाचन में मदद करना और शरीर में विषाक्त पदार्थों को हटाना। इसलिए, लिवर का स्वस्थ रहना हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। लिवर फंक्शन टेस्ट (Liver Function Test - LFT) एक ऐसा परीक्षण है, जो लिवर के कार्यों को जांचने में मदद करता है। इस लेख में हम समझेंगे कि लिवर फंक्शन टेस्ट कब और किसे करवाना चाहिए और क्यों यह जांच जरूरी है।

लिवर फंक्शन टेस्ट क्या है?

लिवर फंक्शन टेस्ट एक रक्त परीक्षण है, जो लिवर की कार्यक्षमता को जांचता है। इस टेस्ट में लिवर द्वारा उत्पादित एंजाइमों और प्रोटीन्स के स्तर को मापा जाता है। इस परीक्षण के जरिए लिवर की सूजन, संक्रमण, और अन्य समस्याओं का पता लगाया जा सकता है। यह जांच डॉक्टर को यह समझने में मदद करती है कि लिवर कितना सही तरीके से काम कर रहा है और क्या उसमें कोई गंभीर समस्या है या नहीं।

कब करवाना चाहिए लिवर फंक्शन टेस्ट?

1. लिवर संबंधी लक्षणों की उपस्थिति में

यदि किसी व्यक्ति में लिवर से संबंधित लक्षण जैसे कि त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (जॉन्डिस), पेट में सूजन, उल्टी, थकान, या भूख न लगना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो लिवर फंक्शन टेस्ट करवाना आवश्यक हो सकता है। यह टेस्ट लिवर की स्थिति को समझने में मदद करता है और उचित उपचार की दिशा में मार्गदर्शन करता है।

2. लंबे समय से शराब का सेवन करने वालों के लिए

लंबे समय तक अत्यधिक शराब का सेवन करने से लिवर की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है। शराब लिवर में सूजन और अन्य समस्याओं को जन्म दे सकती है, जिससे लिवर की कार्यक्षमता कम हो सकती है। ऐसे में, डॉक्टर अक्सर उन लोगों को लिवर फंक्शन टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं, जो लंबे समय से शराब का सेवन कर रहे हैं, ताकि किसी भी प्रकार की लिवर क्षति का समय रहते पता लगाया जा सके।

3. हेपेटाइटिस या अन्य लिवर संक्रमण के संदर्भ में

हेपेटाइटिस जैसे लिवर संक्रमण लिवर के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति को हेपेटाइटिस ए, बी, या सी का संक्रमण हुआ है, तो लिवर फंक्शन टेस्ट करना आवश्यक हो जाता है। यह टेस्ट यह जानने में मदद करता है कि संक्रमण ने लिवर को कितना प्रभावित किया है और क्या लिवर की कार्यक्षमता पर इसका असर पड़ा है।

4. कुछ दवाओं के सेवन के बाद

कुछ दवाएं लिवर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं और लिवर की कार्यक्षमता को बाधित कर सकती हैं। यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से ऐसी दवाओं का सेवन कर रहा है, तो डॉक्टर लिवर फंक्शन टेस्ट की सलाह दे सकते हैं। यह टेस्ट यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि दवाओं का लिवर पर कोई गंभीर असर तो नहीं हुआ है।

5. लिवर से संबंधित फैमिली हिस्ट्री होने पर

यदि किसी व्यक्ति के परिवार में लिवर की बीमारियों का इतिहास है, तो उसे लिवर फंक्शन टेस्ट करवाना चाहिए। यह टेस्ट यह जानने में मदद करता है कि उस व्यक्ति के लिवर की कार्यक्षमता सामान्य है या नहीं, और यदि कोई जोखिम है, तो समय रहते उपचार शुरू किया जा सकता है।

क्यों जरूरी है लिवर की सही जांच?

1. लिवर की समस्याओं का समय पर पता लगाना

लिवर फंक्शन टेस्ट के जरिए लिवर की समस्याओं का समय रहते पता लगाया जा सकता है। कई बार लिवर की बीमारियां शुरुआती चरणों में लक्षण नहीं दिखातीं, लेकिन लिवर फंक्शन टेस्ट के जरिए उन्हें समय पर पहचान कर उनका उपचार किया जा सकता है।

2. लिवर की कार्यक्षमता की निगरानी

लिवर फंक्शन टेस्ट लिवर की कार्यक्षमता की नियमित निगरानी में भी मदद करता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिन्हें पहले से लिवर की समस्याएं हैं। इस टेस्ट के जरिए लिवर की स्थिति को समझा जा सकता है और उपचार की आवश्यकता होने पर इसे तुरंत शुरू किया जा सकता है।

3. उचित उपचार की दिशा में मार्गदर्शन

यदि लिवर फंक्शन टेस्ट में कोई असामान्यता दिखाई देती है, तो डॉक्टर इसके आधार पर उचित उपचार की दिशा में कदम उठा सकते हैं। सही उपचार से लिवर की समस्याओं को गंभीर होने से रोका जा सकता है और लिवर की कार्यक्षमता को बहाल किया जा सकता है।

4. लिवर के स्वास्थ्य की सुरक्षा

लिवर फंक्शन टेस्ट करवाने से लिवर की समस्याओं का समय पर पता चलता है और इससे लिवर के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सकता है। यह टेस्ट न केवल लिवर की बीमारियों का पता लगाने में मदद करता है, बल्कि लिवर की दीर्घकालिक सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है।

निष्कर्ष

लिवर हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, और इसकी सही देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है। लिवर फंक्शन टेस्ट एक महत्वपूर्ण साधन है, जो लिवर की कार्यक्षमता को जांचने में मदद करता है। यह टेस्ट उन लोगों के लिए आवश्यक है, जिनमें लिवर से संबंधित लक्षण दिखाई दे रहे हैं, या जिन्हें लिवर की समस्याओं का खतरा है। सही समय पर लिवर फंक्शन टेस्ट करवाकर लिवर की समस्याओं का पता लगाया जा सकता है और समय पर उचित उपचार प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए, यदि आपके डॉक्टर आपको लिवर फंक्शन टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें और अपने लिवर के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

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