भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के स्वायत संस्थान- राष्ट्रीय नवाचार फाउंडेशन-भारत (एनआईएफ) ने 17 अक्टूबर, 2024 को अमरपुर, गांधीनगर में भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के बारे में छात्रों को जानकारी देने तथा उन तक पहुंच बनाने के लिए (आउटरीच) एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आउटरीच कार्यक्रम में विभिन्न आयु समूहों (14-18 वर्ष) के लगभग 500 छात्रों ने भाग लिया।आईआईएसएफ हर साल देश की वैज्ञानिक उपलब्धियों की जानकारी का प्रचार-प्रसार करता है और सहयोग एवं नवाचार के अवसर भी पैदा करता है। देश भर में सार्वजनिक संस्थानों द्वारा भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के 10वें संस्करण के बारे में पहुंच बनाने के लिए गतिविधियों की एक श्रृंखला निर्धारित की जा रही है।आईआईएसएफ का 10वां संस्करण विज्ञान की परिवर्तनकारी शक्ति का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों, उद्योग जगत के दिग्गजों, छात्रों और आम जनता को एक साथ लाएगा। इस कार्यक्रम में ऐसे विचार-विमर्श को बढ़ावा मिलेगा जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी देश के रूप में भारत के भविष्य को आकार देगा।आउटरीच कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों को आईआईएसएफ की उत्पत्ति, वर्ष 2015 से इसकी यात्रा, इसकी विभिन्न उपलब्धियों और आगामी आईआईएसएफ 2024 के विवरण से अवगत कराया गया।इस अवसर एनआईएफ के निदेशक डॉ. अरविंद सी रानाडे ने छात्रों को आईआईएसएफ से संबंधित विभिन्न संसाधनों जैसे वेब पोर्टल (www.iisf2024.in), प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में समाचार लेखों का पता लगाने और इसके विभिन्न कार्यक्रमों से परिचित होने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने आईआईएसएफ 2024 के मिशन के बारे में विस्तार से बताया कि इसका लक्ष्य आधुनिक बुनियादी ढांचे और प्रकृति के साथ सामंजस्य में एक समृद्ध भारत, सभी क्षेत्रों के सभी नागरिकों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से अपनी क्षमता तक पहुंच का अवसर देना है। इसमें भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचालित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलने की दिशा में चर्चा की गई।उन्होंने विद्यार्थियों को अपने प्रश्नों के लिए एनआईएफ से संपर्क करने तथा विद्यार्थी विज्ञान ग्राम जैसे कार्यक्रमों में भागीदारी की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया तथा मीडिया से इस संदेश को प्रसारित करने में मदद करने का अनुरोध किया।गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र (जीबीआरसी), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), गुजरात सरकार (जीओजी) की संयुक्त निदेशक डॉ. माधवी जोशी ने भी विद्यार्थियों से आगामी आईआईएसएफ में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया। इस अवसर पर वीआईवीएचके (विभा) के प्रांत सचिव श्री जिग्नेश बोरिसगर तथा ग्रामभारती संस्था के निदेशक-न्यासी श्री अमृतभाई पटेल भी उपस्थित थे।इस कार्यक्रम में एनआईएफ के नवीनतम नवाचारों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।
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