एमएसएमई शिपयार्ड, मेसर्स सूर्यदीप्त प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे द्वारा भारतीय नौसेना के लिए निर्मित 11 x एसीटीसीएम बार्ज परियोजना के 7वें बार्ज ‘गोला-बारूद सह टॉरपीडो सह मिसाइल बार्ज, एलएसएएम 21’ को 4 अक्टूबर 2024 को एनएडी (करंजा) के लिए नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई में सौंपा गया। बार्ज के नौसेना में शामिल करने संबंधी समारोह की अध्यक्षता कमांडर एसवी शिदोरे, एजीएम (पीआर), एनडी (एमबीआई) ने की।11 एक्स एसीटीसीएम बार्ज के निर्माण के लिए अनुबंध पत्र पर रक्षा मंत्रालय और मेसर्स सूर्यदीप्त प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे के बीच 5 मार्च 21 को हस्ताक्षर किए गए। इन बार्जों को शामिल करने से जेटी और बाहरी बंदरगाहों के साथ-साथ भारतीय नौसेना के प्लेटफार्मों तक वस्तुओं/गोला-बारूद के परिवहन, चढ़ने और उतरने की सुगमता से भारतीय नौसेना की परिचालन प्रतिबद्धताओं को बल मिलेगा।इन बार्जों को स्वदेशी रूप से तैयार किया गया है और भारतीय नौ-वहन रजिस्टर के प्रासंगिक नौसेना संबंधी नियमों और विनियमन के तहत निर्माण किया गया है। डिजाइन चरण के दौरान, बार्ज का मॉडल परीक्षण नौसेना विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला, विशाखापत्तनम में किया गया था। ये बार्ज भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के गर्वित ध्वजवाहक हैं।
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