55 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के प्रमुख खंड भारतीय पैनोरमा में प्रदर्शित होने वाली 25 फीचर फिल्मों और 20 गैर-फीचर फिल्मों के चयन की घोषणा की गई है। मुख्यधारा सिनेमा की 5 फिल्मों समेत 25 फीचर फिल्मों को 384 समकालीन भारतीय फीचर फिल्मों में से चुना गया है। भारतीय पैनोरमा 2024 की आरंभिक फिल्म के लिए जूरी श्री रणदीप हुड्डा द्वारा निर्देशित " स्वातंत्र्य वीर सावरकर (हिंदी) " का चयन किया है ।
इसके अलावा भारतीय पैनोरमा में 262 फिल्मों में चयनित 20 गैर-फीचर फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। गैर-फीचर फिल्में उभरते और स्थापित फिल्म निर्माताओं की समकालीन भारतीय मूल्यों की परख, मनोरंजन और उन्हें दर्शाने की करने की क्षमता का उदाहरण है। गैर-फीचर संवर्ग में आरंभिक फिल्म के लिए फिल्म निर्णायक समिति की पसंद श्री हर्ष सांगानी द्वारा निर्देशित 'घर जैसा कुछ (लद्दाखी)' है ।
फीचर फिल्म जूरी का नेतृत्व प्रख्यात फिल्म निर्देशक, अभिनेता और पटकथा लेखक डॉ. चंद्र प्रकाश द्विवेदी ने किया है। इसके निर्णायक समिति में बारह सदस्य शामिल हैं, जो व्यक्तिगत तौर विभिन्न प्रशंसित फिल्मों के लिए प्रसिद्ध हैं और फिल्मों से जुड़े पेशेवर हस्ती हैं। वे सामूहिक रूप से विविधतापूर्ण भारतीय फिल्म बिरादरी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
भारतीय पैनोरमा फीचर फिल्म के जूरी के सदस्य हैं:
- श्री मनोज जोशी, अभिनेता
- सुश्री सुस्मिता मुखर्जी, अभिनेत्री
- श्री. हिमांशु शेखर खटुआ, फिल्म निर्देशक
- श्री. ओइनम गौतम सिंह, फिल्म निर्देशक
- श्री. आशू त्रिखा, फिल्म निर्देशक
- श्री. एस.एम. पाटिल, फिल्म निर्देशक एवं लेखक
- श्री. नीलाभ कौल, छायाकार और फिल्म निर्देशक
- श्री. सुशांत मिश्रा, फिल्म निर्देशक
- श्री अरुण कुमार बोस, प्रसाद इंस्टीट्यूट के पूर्व विभागाध्यक्ष एवं साउंड इंजीनियर
- सुश्री रत्नोत्तमा सेनगुप्ता, लेखिका एवं संपादक
- श्री. समीर हंचेटे, फिल्म निर्देशक
- सुश्री प्रिया कृष्णास्वामी, फिल्म निर्देशक
भारतीय पैनोरमा 2024 के लिए चयनित 25 फीचर फिल्में हैं:
क्रमांक |
फिल्म का शीर्षक |
भाषा |
निर्देशक |
|
स्वातंत्र्य वीर सावरकर |
हिन्दी |
रणदीप हुड्डा |
|
केरेबेटे |
कन्नडा |
गुरुराज बी |
|
वेन्क्या |
कन्नड़ |
सागर पुराणिक |
|
जूईफूल |
असमिया |
जदुमोनी दत्ता |
|
महावतार नरसिम्हा |
हिन्दी |
आश्विन कुमार |
|
जिगरथंडा डबल एक्स |
तमिल |
कार्तिक सुब्बाराज |
|
आदुजीविथम (वियाटा कैपरेई, द गोटलाइफ़) |
मलयालम |
ब्लेस्सी |
|
आर्टिकिल 370 |
हिन्दी |
आदित्य सुहास जाम्भाले |
|
जिप्सी |
मराठी |
शशि चंद्रकांत खंडारे |
|
श्रीकांत |
हिन्दी |
तुषार हीरानंदानी |
|
अमर बॉस |
बंगाली |
नंदिता रॉय, शिबोप्रसाद मुखर्जी |
|
ब्रम्युग्म |
मलयालम |
राहुल सदाशिवन |
|
35 चिन्ना कथा काडू |
तेलुगू |
नंदा किशोर इमानी |
|
राडोर पाखी |
असमिया |
डॉ. बॉबी शर्मा बरुआ |
|
घराट गणपति |
मराठी |
नवज्योत नरेंद्र बांदीवाडेकर |
|
रावसाहेब |
मराठी |
निखिल महाजन |
|
लेवल क्रॉस |
मलयालम |
अरफाज़ अयूब |
|
कारकेन |
गालो |
नेन्डिंग लोडर |
|
भूतपोरी |
बांग्ला |
सौकार्य घोषाल |
|
ओन्को की कोथिन |
बांग्ला |
सौरव पालोधी |
मुख्यधारा सिनेमा संवर्ग:
क्रमांक। |
फिल्म का शीर्षक |
भाषा |
निदेशक |
|
कारखानू |
गुजराती |
ऋषभ थांकी |
|
12वीं फेल |
हिन्दी |
विधु विनोद चोपड़ा |
|
मंजुम्मेल बॉयज़ |
मलयालम |
चिदंबरम |
|
स्वर्गरथ |
असमिया |
राजेश भुयान |
|
कल्कि 2898 एडी. (3डी) |
तेलुगू |
सिंगीरेड्डी नागास्विन |
छह सदस्यीय गैर-फीचर फिल्म चयन समिति के अध्यक्ष प्रशंसित वृत्तचित्र और वन्यजीव फिल्म निर्देशक तथा वी. शांतराम लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार विजेता श्री सुब्बैया नल्लामुथु हैं ।
भारतीय पैनोरमा के गैर फीचर फिल्म जूरी सदस्य:
- श्री. रजनीकांत आचार्य, निर्माता और फिल्म निर्देशक
- श्री. रोनेल हाओबम, फ़िल्म निर्देशक
- सुश्री उषा देशपांडे, फिल्म निर्देशक और निर्माता
- सुश्री वंदना कोहली, फिल्म निर्देशक और लेखिका
- श्री. मिथुनचंद्र चौधरी, फिल्म निर्देशक
- सुश्री शालिनी शाह, फिल्म निर्देशक
भारतीय पैनोरमा 2024 के लिए चयनित 20 गैर फीचर फिल्में हैं:
क्र. सं. |
फिल्म का शीर्षक |
भाषा |
निदेशक(ओं) का नाम |
|
6-ए आकाश गंगा |
हिन्दी |
निर्मल चंद्र |
|
अमर आज मरेगा |
हिन्दी |
रजत करिया |
|
अम्माज़ प्राइड |
तमिल |
शिव कृष |
|
बाही – ट्रेसिंग माई एंसेस्टर्स |
हिन्दी |
रचिता गोरोवाला |
|
बल्लाड ऑफ द माउंनटेन |
हिन्दी |
तरुण जैन |
|
बट्टो का बुलबुला |
हरियाणवी |
अक्षय भारद्वाज |
|
चांचिसोआ |
गारो |
एल्वाचिसा च संगमा, दीपांकर दास |
|
फ़्लैंडर्स दी ज़मीन विच |
पंजाबी |
सचिन |
|
घर जैसा कुछ |
लद्दाखी |
हर्ष संगाणी |
|
घोड़े की सवारी |
हिन्दी |
देबजानी मुखर्जी |
|
गूगल मैट्रिमोनी |
अंग्रेज़ी |
अभिनव अथरे |
|
मैं निदा |
हिन्दी |
अतुल पांडे |
|
मो बोउ, मो गान |
ओड़िया |
सुभाष साहू |
|
मोनिहारा |
बांग्ला |
सुभदीप बिस्वास |
|
पी फॉर पापाराज़ी |
हिन्दी |
दिव्या खरनारे |
|
पिलर्स ऑफ प्रोग्रेस: द इपिक स्टोरी ऑफ डेल्ही |
अंग्रेज़ी |
सतीश पांडे |
|
प्राण प्रतिष्ठा |
मराठी |
पंकज सोनावणे |
|
रोटी कूँ बनासी? |
राजस्थानी |
चंदन सिंह |
|
सावत |
कोंकणी |
शिवम हरमलकर, संतोष शेतकर |
|
शिवंता मान |
तामिल |
इंफैंट |
भारतीय पैनोरमा के बारे में
आईएफएफआई के एक अंग के रूप में भारतीय पैनोरमा 1978 में आरंभ हुआ था जिसका उद्देश्य सिने कला से भारतीय फिल्मों को बढ़ावा देने के साथ ही भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करना था। स्थापना के बाद से ही भारतीय पैनोरमा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्में प्रदर्शित करने को पूरी तरह से समर्पित रहा है। फिल्म कला को बढ़ावा देने के मकसद से भारतीय पैनोरमा खंड के लिए चयनित फिल्में भारत और विदेशों में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों, द्विपक्षीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के अंतर्गत आयोजित भारतीय फिल्म सप्ताह और सांस्कृतिक आदान-प्रदान प्रोटोकॉल के बाहर विशेष भारतीय फिल्म समारोहों और भारत में विशेष भारतीय पैनोरमा समारोहों में गैर-लाभकारी स्क्रीनिंग में भी दिखाई जाएंगी।
फिल्मों की चयन समिति में देश भर की प्रतिष्ठित फिल्म हस्तियां शामिल हैं। फीचर फिल्मों के लिए कुल बारह जूरी सदस्यों और गैर-फीचर फिल्मों के लिए छह जूरी सदस्यों ने अपने-अपने जूरी अध्यक्षों के नेतृत्व में 55वें आईएफएफआई के लिए भारतीय पैनोरमा फिल्मों का चयन किया है। फीचर और गैर-फीचर दोनों ही संवर्गों की प्रतिष्ठित जूरी ने अपनी व्यक्तिगत विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए आम सहमति से फिल्मों का चयन किया। है।
भारतीय पैनोरमा का प्राथमिक उद्देश्य फिल्म कला को बढ़ावा देने के लिए निर्धारित नियमों, शर्तों और प्रक्रियाओं के अनुसार सिनेमाई शिल्प, विषयवस्तु और उत्कृष्टता वाली फीचर और गैर-फीचर फिल्मों का चयन करना है।
आईएफएफआई के बारे में
आईएफएफआई का आयोजन केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा गोवा सरकार के सहयोग से 20 से 28 नवंबर, 2024 तक पणजी, गोवा में किया जा रहा है।
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