सूचना एवं प्रसारण सचिव श्री संजय जाजू ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय इंटरनेट उपयोगकर्ता जागरूकता अभियान "घोटालों से बचो" के शुभारंभ पर मुख्य भाषण दिया।मेटा की यह पहल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, गृह मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र के सहयोग से शुरू की जा रही है। इसका उद्देश्य ऑनलाइन घोटालों के बढ़ते मामलों को दूर करने और साइबर सुरक्षा को बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप घोटालों और साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे से निपटना है।
श्री संजय जाजू ने मेटा के ‘घोटालों से बचो' अभियान को समर्थन देते हुए कहा कि यह हमारे नागरिकों को ऑनलाइन घोटालों के बढ़ते खतरे से बचाने की दिशा में एक समयोचित और अत्यंत जरूरी कदम है। यह डिजिटल सुरक्षा और सतर्कता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सरकार के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाता है।
भारत तकनीकी प्रगति के बीच बढ़ती साइबर सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है
इस कार्यक्रम के दौरान सूचना एवं प्रसारण सचिव ने कहा कि 900 मिलियन से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ भारत ने डिजिटल इंडिया पहल के तहत असाधारण डिजिटल विकास देखा है जो यूपीआई लेनदेन में वैश्विक नेता बन गया है।
हालाँकि इस प्रगति के बीच साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलें भी देखे गए हैं। 2023 में ऐसे 1.1 मिलियन मामले सामने आए हैं। भारत के प्रधानमंत्री ने इन खतरों से निपटने और डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के लिए मजबूत उपायों का आह्वान किया है।
घोटालों से बचो: साइबर खतरों से बचाव के लिए नागरिकों को तैयार करना
इस कार्यक्रम के दौरान सूचना एवं प्रसारण सचिव ने कहा कि "घोटालों से बचो" अभियान जागरूकता अभियान से कहीं अधिक बढ़कर है। यह अभियान एक राष्ट्रीय आंदोलन बन सकता है जो भारतीय नागरिकों को इन खतरों से खुद को बचाने के लिए जागरूक कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सरल लेकिन शक्तिशाली है जिसका उद्देश्य डिजिटल सुरक्षा और सतर्कता की संस्कृति बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि मेटा की वैश्विक विशेषज्ञता का लाभ उठाकर यह अभियान प्रत्येक भारतीय को साइबर खतरों से खुद को बचाने के लिए सशक्त बनाएगा जिससे यह सुनिश्चित होगा कि हमारी डिजिटल प्रगति मजबूत डिजिटल सुरक्षा के अनुरूप है।
Post a Comment