राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) और भारतीय कॉर्पोरेट कार्य संस्थान (आईआईसीए) के बीच पेशेवरों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रमों पर सहयोग करने के लिए समझौता

नईदिल्ली(पीआईबी)राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) और भारतीय कॉर्पोरेट कार्य संस्थान (आईआईसीए) ने कॉर्पोरेट प्रशासन के क्षेत्र में ज्ञान और क्षमता निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 22 अक्टूबर 2024 को दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।समझौता में राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) और भारतीय कॉर्पोरेट कार्य संस्थान (आईआईसीए) के बीच सहयोग के लिए रूपरेखा तैयार की गई है। इसके तहत प्रारंभिक और मध्य-करियर ऑडिटिंग एवं लेखा पेशेवरों तथा लेखा परीक्षा समिति के सदस्यों और स्वतंत्र निदेशकों के लिए डिज़ाइन किए गए क्षमता निर्माण कार्यक्रम शामिल हैं।यह राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण के प्रवर्तन और निरीक्षण निष्कर्षों से यह पता चलता है कि कंपनी अधिनियम 2013 में लेखापरीक्षा मानकों की अनिवार्य प्रकृति के बावजूद, कई मामलों में लेखापरीक्षकों ने इन मानकों के भीतर अपने दायित्वों के बारे में अपर्याप्त जागरूकता का प्रदर्शन किया है। इसके परिणामस्वरूप अनिवार्य आवश्यकताओं की अनदेखी, अपर्याप्त परीक्षण प्रक्रियाएं और अंततः उनके लेखापरीक्षा में पर्याप्त और उचित साक्ष्य प्राप्त करने में कमियां हुईं। कार्यक्रमों के प्रतिभागियों को लेखांकन और लेखापरीक्षा मानकों, गुणवत्ता प्रबंधन मानकों, नैतिक मानकों आदि के ज्ञान और व्यावहारिक अंतर्दृष्टि (केस स्टडी या केस उदाहरणों के माध्यम से) से समृद्ध करने के उद्देश्य से विकसित किया जाएगा। यह लेखापरीक्षा गुणवत्ता के लक्ष्य को आगे बढ़ाने की दिशा में उनके द्वारा इन मानकों और संबंधित आवश्यकताओं के अनुप्रयोग की सुविधा प्रदान करेगा।कई वर्षों में विकसित भारतीय कॉर्पोरेट कार्य संस्थान के अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए कार्यक्रमों को डिजाइन करना भी शामिल है। इसका उपयोग कॉर्पोरेट प्रशासन के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठनों में लेखापरीक्षा समिति के सदस्यों द्वारा किया जा सकता है।यह पहल शिक्षा, प्रशिक्षण, सेमिनार, कार्यशालाओं, सम्मेलनों और प्रचार के माध्यम से लेखांकन और लेखा परीक्षा मानकों, लेखा परीक्षकों की जिम्मेदारियों, लेखा परीक्षा की गुणवत्ता और अन्य प्रासंगिक मामलों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एनएफआरए के दायित्वों को पूरा करता है। इस समझौता के तहत “ऑडिट कमेटी के सदस्यों के लिए आईआईसीए-एनएफआरए प्रमाणन पाठ्यक्रम” का पहला बैच चार महीने का है और इसे दिसंबर 2024 के अंतिम सप्ताह से शुरू होने की संभावना है। सूचीबद्ध कंपनियों के लेखा परीक्षकों के लिए छह महीने का कार्यक्रम को भी योजनाबद्ध किया जा रहा है। लेखा परीक्षकों और अन्य पेशेवरों की क्षमता को बढ़ाकर, कार्यक्रम का उद्देश्य देश में सुदृढ़ लेखा परीक्षा वातावरण सुनिश्चित करना है।

Post a Comment

Previous Post Next Post

प्रेस विज्ञप्ति व विज्ञापन के लिये ,हमें ईमेल करे editordharasakshi@gmail.com