लखनऊ। प्रदेश के 67,41,118 बिजली उपभोक्ता कई वर्षों से बिल नहीं जमा कर रहे हैं। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबिनार में उपभोक्ताओं ने दी। उपभोक्ताओं की तरफ से मांग की गई है कि बिल न जमा करने वाले उपभोक्ताओं के लिए ब्याज माफी योजना लागू की जाए। इनमें से करीब 15 प्रतिशत उपभोक्ताओं के बिजली के कनेक्शन कागजों पर तो हैं, लेकिन हकीकत में उनके घरों में बिजली की आपूर्ति ही नहीं की जा सकी है।परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि तमाम उपभोक्ता इसलिए बिल नहीं जमा कर रहे हैं क्योंकि उन्हें एक साथ कई माह का बिल भेज दिया गया है।उन्होंने बताया कि 24 मई 2024 के तक पश्चिमांचल में 2,71,511 उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया। इसी प्रकार दक्षिणांचल में 8,70,301 उपभोक्ता, मध्यांचल में 22,62,198 उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया। पूर्वांचल में 33,17,368, केस्को में 19,740 उपभोक्ताओं ने कभी भी बिजली का बिल जमा नहीं किया है।वेबिनार में उपभोक्ताओं ने बताया कि नोएडा, प्रतापगढ, मऊ, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, हरदोई, मैनपुरी, आजमगढ़, बुलंदशहर, लखीमपुर खीरी व कानपुर के तमाम गरीब उपभोक्ताओं को छह माह या एक वर्ष का बिल एक साथ भेजा जा रहा है। बिल अधिक होने की वजह से गरीब उपभोक्ता बिल जमा नहीं करते हैं।वहीं कई उपभोक्ताओं के यहां पर कागजों पर बिजली का कनेक्शन दिखाया जा रहा है, जबकि हकीकत में उनके घरों में बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही है। वहीं कई उपभोक्ताओं घरों पर मीटर और केवल दे दी गई लेकिन आज भी पोल से उनकी बिजली नहीं जोड़ी गई है।
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