नईदिल्ली(पीआईबी)केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू मेघालय के दो दिवसीय दौरे पर हैं। आज उन्होंने री भोई जिले के उमियम झील में सीप्लेन डेमो लॉन्च में भाग लिया और मेघालय, जिसे "बादलों के घर" के रूप में जाना जाता है कि प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा की। उन्होंने मेघालय के मुख्यमंत्री श्री कॉनराड के संगमा के साथ लॉन्च में भाग लिया ।इस अवसर पर बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री ने इस आयोजन को संभव बनाने के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया तथा इस प्रदर्शन के महत्व को एक तकनीकी उपलब्धि तथा भारत के कानेक्टिविटी विजन के प्रति आदराँजली के रूप में रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री द्वारा 2020 में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से अहमदाबाद तक की गई सीप्लेन की पहली यात्रा को याद करते हुए, मंत्री ने कहा कि यह केवल एक प्रतीकात्मक उड़ान नहीं थी, बल्कि एकता और सुगमता पर एक शक्तिशाली संदेश था। मंत्री ने कहा, "सीप्लेन में दुर्गम स्थलों को जोड़ने, पर्यटन को बढ़ावा देने और पूरे देश में स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को ऊपर उठाने की अनूठी क्षमता है। आज का प्रदर्शन मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मेघालय के बीच सहयोग की भावना को दर्शाता है।"
अपने संबोधन में, मंत्री ने सीप्लेन संचालन को सुलभ और कुशल बनाने के लिए उड़ान योजना, जो विशेष रूप से सीप्लेन पर केंद्रित है के तहत नई पहलों की रूपरेखा प्रस्तुत की। गैर-अनुसूचित ऑपरेटर परमिट सहित सुचारू संचालन की अनुमति देना और जल हवाई अड्डों पर जल लाइसेंस की आवश्यकता को समाप्त करना, मंत्रालय का लक्ष्य, नए दिशा-निर्देशों के साथ, सीप्लेन को भारत के विमानन परिदृश्य का एक नियमित हिस्सा बनाना है।
इसके अलावा, मंत्री ने खासकर मेघालय में, सीप्लेन से पर्यटन को बढ़ावा मिलने संभावना पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "मेघालय के सुरम्य प्राकृतिक परिदृश्य के साथ, सीप्लेन कनेक्टिविटी न केवल भारत से बल्कि दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करेगी, जिससे राज्य के पर्यटन क्षेत्र में बदलाव आएगा ।"
मालदीव और कनाडा जैसे देशों, जहाँ हर साल हज़ारों यात्री सीप्लेन सेवाओं से लाभान्वित होते हैं, में स्थापित सीप्लेन नेटवर्क के साथ भारत की तुलना करते हुए, मंत्री ने एक फलत फूलता सीप्लेन उद्योग स्थापित करने की भारत की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया। मंत्रालय उद्योग जगत के नेताओं और राज्य सरकारों के साथ भागीदारी को सुविधाजनक बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है, वित्त पोषण और तकनीकी सहायता के माध्यम से सीप्लेन मार्गों के विकास का सहयोग कर रहा है।
मंत्री ने भारत की लंबी तटरेखा और नदियों तथा झीलों के व्यापक नेटवर्क के बारे में बात करते हुए इसे देश में सीप्लेन संचालन विकास के लिए एक अनूठा अवसर बताया। उन्होंने कहा कि आरसीएस के तहत सीप्लेन संचालन के लिए व्यवहार्यता अंतर निधि (वीजीएफ) का विस्तार ऑपरेटरों को शुरुआती प्रोत्साहन प्रदान करेगा। उन्होंने अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की सरकारों से अपील की कि वे आगे आएं और अपने-अपने राज्यों में सीप्लेन संचालन का लाभ उठाएं।
मंत्री ने घरेलू सीप्लेन उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एचएएल और महिंद्रा एयरोस्पेस जैसे भारतीय निर्माताओं के साथ सहयोग की योजना की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य भारत को सीप्लेन निर्माण में आत्मनिर्भर बनाना, रोजगार सृजन करना और विमानन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना है।"
व्यक्तिगत तौर पर, मंत्री ने अपने परिवार और मुख्यमंत्री के बीच मजबूत संबंधों पर बात की और कहा कि उनके पिता संसद में एक साथ काम कर चुके हैं और राष्ट्रीय विकास के लिए उनकी प्रतिबद्धता समान है। उन्होंने मेघालय के हवाई संपर्क को और बेहतर बनाने के लिए शिलांग हवाई अड्डे और तुरा हवाई अड्डे के चल रहे विकास के लिए मंत्रालय के सहयोग की पुष्टि की।
आज का प्रदर्शित सीप्लेन कनाडा की निर्माता कंपनी डेहैविलैंड का विमान है । मंत्री ने सीप्लेन की ताकत की सराहना करते हुए इसे उभयचर विमान बताया जो जमीन, पानी और अन्य कठिन इलाकों में उतर सकता है। उन्होंने कहा, "इस विमान के इस्तेमाल की संभावनाएं असीमित हैं, यह हमारी कल्पना पर निर्भर करता है कि आप कहां से उड़ान भरना चाहते हैं और कहां उतरना चाहते हैं।"
मंत्री महोदय भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा मेघालय सरकार के सहयोग तथा पवन हंस लिमिटेड और फिक्की के के साथ मिलकर शिलांग में आयोजित किये जा रहे छठे हेलीकॉप्टर एवं लघु विमान शिखर सम्मेलन में भी भाग ले रहे हैं।
अपने कार्यक्रम को जारी रखते हुए, 15 नवंबर को श्री किंजरापु द्वितीय पूर्वोत्तर विमानन शिखर सम्मेलन में भाग लेकर शिलांग में राज्य केन्द्रीय पुस्तकालय में जनजातीय गौरव दिवस समारोह में भाग लेंगे ।
उमियम झील पर आयोजित कार्यक्रम में मेघालय के उपमुख्यमंत्री श्री स्नियावभलंग धर , उमरोई के विधायक दमनबैत लामारे और केंद्र तथा राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
Post a Comment