लखनऊ । लाल मदरसा स्थित सदर बाजार कैंट रोड में जलसे का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जलसे में मौजूद उलमा ने तकरीर कर शिक्षा के स्तर को सुधारने पर जोर दिया। जलसे की शुरूआत अल्लाह के जिक्र पर नात पढ़ कर की। मौलाना ने लोगों को बताया कि इस्लाम एक ऐसा मजहब है जिससे सभी जाति व धर्मों का सम्मान करने का हुक्म दिया गया है। उन्होंने कहा कि ईमान का दूसरा नाम ही मुसलमान है। लेकिन आज के दौर में लोग अल्लाह के बताये रास्ते से भटक रहे हैं। ऐसे लोग गुमराहियत के रास्ते पर चल रहे हैं। जो दुनिया व आखिरत के नुकसान दायक है। मौलाना ने बताया कि आज के दौर में मुस्लिम कौम शिक्षा के स्तर से पिछड़ रही है। हर किसी को अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा देना चाहिए। शिक्षा को हथियार बना लेना चाहिए। मौलाना ने कहा कि हर मोमिन को अल्लाह के बताये हुए रास्ते पर चलना चाहिए। आज के दौर में नौजवान अल्लाह के बताये हुए रास्ते से भटक रहे है। हर मोमिन को अल्लाह के सामने पेश होना है। हम सभी को आखिरत के दिन के लिए तैयारी करना है। अल्लाह ने हम सभी को इंसान व मोमिन बनाया यह अल्लाह का बेहतर इनाम है। उन्होने कहा कि इस्लाम में मर्दों के बराबर ही औरतों को दर्जा दिया गया है। इस्लाम में औरत को नायाब हीरा बताया गया है। औरत की इज्जत करना हर किसी मोमिन का फर्ज है। लड़कियों को अच्छी व बेहतर शिक्षा देना उनका हक है। हर मुस्लिम को उनका हक अदा करना चाहिए। इस मौके पर तनवीर अहमद सिद्दीकी सामाजिक कार्यकर्ता के साथ कारी मो. अतहर, मो. शकील कुरैशी, मो. अफजाल, हाफिज मो. आमिर,मो. रिजवान ,मो. नौशाद, मो. जहीर, मो. शहादत आदि बड़ी तादाद में लोग शामिल हुए। आखिर में देश में आमन व शांति के लिए दुआ कराई गई।
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