जो लोग वास्तुशास्त्र पर विश्वास करते हैं उन्हें हम पहले ही बेडरूम, बाथरूम आदि से जुड़े वास्तु टिप्स बता चुके हैं। आज हम आपको घर के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से रसोईघर, जहां धन-धान्य की देवी लक्ष्मी का वास होता है, उससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाएंगे।
देवी लक्ष्मी के साथ-साथ घर की महिलाओं का भी किचन से विशेष नाता होता है। वास्तु के अनुसार घर के आग्नेय कोण को किचन के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। लेकिन अगर ऐसा संभव ना हो पाए तो अन्य भी कई कोण या दिशाएं हैं जहां आप किचन बनवा सकते हैं।
आइए जानें घर के किस स्थान पर किचन का होना घर के लोगों, खासकर महिलाओं को किस तरह प्रभावित करता है।
वास्तुशास्त्र की मानें तो आग्नेय कोण में रसोईघर होने से घर की महिलाओं का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और वे मानसिक तौर पर शांत रहती हैं। घर में प्रवेश करने वाली खुशियां भी बाधित नहीं होतीं।
अगर घर के दक्षिण भाग में किचन मौजूद है तो इससे घर के लोगों को मानसिक रूप से अशांति होती है और घर के मालिक को बहुत क्रोध आता है और उसका स्वास्थ्य भी सही नहीं रहता।
घर के नैऋत्य कोण में रसोईघर स्थित होता है तो इससे पारिवारिक जनों की ऊर्जा हमें हमेशा बरकरार रहती है और दांपत्य जीवन में रोमांस बना रहता है।
इस दिशा में किचन स्थित होने की वजह से घर की मुख्य महिला सारी खुशियां हासिल करती है। उसकी बहु-बेटियों के उसके साथ अच्छे संबंध रहते हैं। घर में खाद्यान्न की बर्बादी तो होती है लेकिन पारिवार जनों के बीच अच्छा तालमेल रहता है।
जिस घर के वायव्य कोण में रसोईघर स्थित होता है उस घर के मालिक का चरित्र स्वच्छ नहीं होता। उसकी कई महिला मित्र होती हैं और वो अपनी पत्नी के प्रति वफादार नहीं होता।
घर के उत्तर दिशा में रसोई का होना, उस घर की महिलाओं को बुद्धिमान और बौद्धिक बनाता है। उस घर के पुरुष सरल स्वभाव के होते हैं और उन्हें व्यापार में सफलता मिलती है।
ईशान कोण में रसोई स्थित होने की वजह से घर के पुरुष बहुत सामान्य सफलता ही हासिल कर पाते हैं। घर की बड़ी बेटी या बड़ी बहु बहुत धार्मिक तो होती है लेकिन घर में कलह का माहौल बना रहता है।
ऐसे घरों में रहने वाली महिलाओं के हाथ में घर की पूरी बागडोर तो होती ही है लेकिन फिर भी उनके जीवन में खुशियां नहीं रहतीं।
किचन के अंदर कभी स्टोर रूम नहीं बनाना चाहिए, ऐसा होने से घर में आने वाली आय बाधित होती है और परिवार के लोग नौकरी या व्यवसाय में अपेक्षित सफलता हासिल नहीं कर पाते।
किचन और बाथरूम आमने-सामने होने से घर के लोगों का ना तो स्वास्थ्य अच्छा रहता है और ना ही घर में शांति रहती है। विशेषकर घर में रहने वाली महिलाओं के जीवन में कठिनाइयां बनी रहती हैं।
किचन के अंदर अगर आपने अपना मंदिर स्थापित किया हुआ है तो ऐसा सही नहीं है। ऐसा होने से घर के लोगों में क्रोध हमेशा बना रहता है।
बैठक के बीच में या बैठक के पास भी रसोईघर नहीं होना चाहिए। ऐसा होने से रिश्तेदारों के साथ शत्रुता हो जाती है।
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