शनि गोचर से इन 5 राशियों के जीवन में आएगा बदलाव ,बरपेगा किसी पर साढ़ेसाती तो किसी पर ढैय्या का कहर

 


पंडित रामेन्द्र मिश्र :-शनि देव  इस समय कुंभ राशि में वक्री गोचर कर रहे हैं, 12 जुलाई को शनि वक्री गति करते हुए मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस वजह से मिथुन राशि पर शनि की ढैय्या और मकर, कुंभ राशि पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी और इन राशि के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है। नौकरी, व्यापार और स्वास्थ्य पर शनि का अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा, साथ ही यह ग्रह कानून और राजनीति से जुड़े लोगों को विशेष रूप से प्रभावित करेगा। इस समय शनि अपनी मूल राशि कुम्भ में गोचर कर रहे हैं, यानी शनि देव वक्री हो रहे हैं। 12 जुलाई 2022 से शनि देव एक बार फिर अपनी सामान्य राशि मकर राशि में आ जाएंगे और अगले 6 महीने वहीं रहेंगे और 23 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में आ जाएंगे। ज्योतिषी चिराग बेजान दारूवाला से जानिए वो 5 राशियां कौन सी हैं जिस पर शनि के गोचर का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
    12 जुलाई 2022 से शनि मकर राशि में आ जाएंगे
    शनि के वक्री गोचर का मिथुन राशि पर अशुभ प्रभाव पड़ेगा
    तुला राशि वालों के लिए भी शनि का वक्री गोचर अशुभ फल देगा
शनि इस समय कुंभ राशि में वक्री गोचर कर रहे हैं, 12 जुलाई को शनि वक्री गति करते हुए मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस वजह से मिथुन राशि पर शनि की ढैय्या और मकर, कुंभ राशि पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी और इन राशि के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है। नौकरी, व्यापार और स्वास्थ्य पर शनि का अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा, साथ ही यह ग्रह कानून और राजनीति से जुड़े लोगों को विशेष रूप से प्रभावित करेगा। इस समय शनि अपनी मूल राशि कुम्भ में गोचर कर रहे हैं, यानी शनि देव वक्री हो रहे हैं। 12 जुलाई 2022 से शनि देव एक बार फिर अपनी सामान्य राशि मकर राशि में आ जाएंगे और अगले 6 महीने वहीं रहेंगे और 23 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में आ जाएंगे। ज्योतिषी चिराग बेजान दारूवाला से जानिए वो 5 राशियां कौन सी हैं जिस पर शनि के गोचर का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
मिथुन राशि-शनि के वक्री गोचर का मिथुन राशि पर अशुभ प्रभाव पड़ेगा, इस राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी। इस राशि के जातकों के लिए शनि की दिनचर्या 12 जुलाई से अगले 6 माह तक शुरू हो जाएगी। इस समय शनि का अष्टम भाव में गोचर आपको चोट, दुर्घटना और ससुराल पक्ष से विवाद करा सकता है। इस समय को झूठे बाहरी लोगों पर खर्च करना बंद करें और अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें।
कर्क राशि -शनि का वक्री गोचर कर्क राशि के लिए भी अशुभ असर दिखाएगा। इस राशि के लोगों के लिए शनि सप्तम भाव में गोचर करेगा। इस राशि के जातकों के प्रति शनि नकारात्मक भाव दिखाएगा। पार्टनरशिप को इस समय नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सावधानी से वाहन चलाएं। शनि की ग्रह पर दृष्टि कार्य में बाधा बन सकती है इसलिए धैर्य से काम लें।
तुला राशि- तुला राशि वालों के लिए शनि का वक्री गोचर अशुभ फल देगा। इस राशि के जातकों के लिए शनि चतुर्थ भाव में गोचर करने वाला है। मानसिक कष्ट के कारण कार्यक्षेत्र में प्रभाव थोड़ा तनावपूर्ण हो सकता है। इस समय आपको अपनी माता के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है। इस गोचर के दौरान कुछ अकल्पनीय रोग हो सकते हैं, इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
धनु राशि- शनि का वक्री गोचर धनु राशि वालों  पर भी नकारात्मक प्रभाव दिखाएगा। इस राशि के लोगों के लिए शनि वाणी के माध्यम से गोचर करेगा, जिससे परिवार में कुछ तनाव की संभावना है। धनु राशि वालों को किसी से उधार नहीं लेना चाहिए। इस दौरान माता के स्वास्थ्य के कारण आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ेगा। ससुराल वालों से कोई लेन-देन न करें।
कुंभ राशि-शनि का मकर राशि में वक्री गोचर से कुंभ राशि वालों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी। इस राशि के लोगों के लिए शनि बारहवें भाव में गोचर करने जा रहा है, जिससे इस राशि के लोगों को बेवजह की भागदौड़ का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आपके शत्रु आपको हानि पहुँचाने का प्रयास कर सकते हैं। इस समय आपका पैसा बेकार की चीजों पर खर्च होने की संभावना है।

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