प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी को गुजरात के राजकोट से देश को पांच नये एम्स समर्तिपत करेंगे जिसमें उतर प्रदेश का रायबरेली भी शामिल है.एम्स, रायबरेली 610 बिस्तरों वाला एक अस्पताल है, जिसमें आपातकालीन और ट्रामा के लिए 30 बिस्तर, आईसीयू विशेषता और सुपर स्पेशलिटी बिस्तर, एक 100 एमबीबीएस सीटों वाला मेडिकल कालेज छात्रावास और आवासीय क्वार्टरों के साथ शामिल है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान संशोधन अधिनियम, 2013 के द्वारा एक स्वायत्त संस्थान और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) सन् 2006 में सस्ती/विश्वसनीय तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में क्षेत्रीय असंतुलन को ठीक करने तथा देश में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा की सुविधाओं कें संवर्धन के उद्देश्यों हेतु प्रारम्भ की गयी थी।
पीएमएसएसवाई के दो घटक हैं :
(क) एम्स-जैसे सस्थानों की स्थापना; तथा
(ख) मौजूदा राज्य सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) का उन्नयन।
2. पीएमएसएसवाई के तहत अब तक 22 नए एम्स की स्थापना को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 2014 के बाद से 15 एम्स को मंजूरी दी गई, जो कि एम्स (1) गोरखपुर, यूपी (2) नागपुर, महाराष्ट्र (3) कल्याणी, पश्चिम बंगाल (4) मंगलागिरी, आंध्रप्रदेश (5) बीबीनगर, तेलंगाना (6) बठिंडा, पंजाब (7) देवघर झारखंड, (8) बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश (9) राजकोट, गुजरात (10) गुवाहाटी, असम, (11) विजयपुर, जम्मू (12) मदुरै, तमिलनाडु (13) अवंतीपोरा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर, (14) रेवाड़ी हरियाणा और (15) दरभंगा, बिहार। 2014 से पूर्व स्वीकृत एम्स में (1) भोपाल, मध्य प्रदेश (2) भुवनेश्वर, ओडिशा (3) जोधपुर, राजस्थान (4) पटना, बिहार (5) रायपुर, छत्तीसगढ़ (6) ऋषिकेश, उत्तराखण्ड तथा (7) रायबरेली, उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
एम्स रायबरेली की स्थापना
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को फरवरी, 2009 में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाइ)र् के चरण-प्प् के तहत 823 करोड़ रूपये की स्वीकृत लागत पर मंजूरी दी गई थी। मंत्रालय ने जुलाई, 2013 में परियोजना के लिए मेसर्स एचएससीसी (इंडिया) लिमिटेड को परियोजना प्रबंधन सलाहकार नियुक्त किया। एम्स, रायबरेली 610 बिस्तरों वाला एक अस्पताल है, जिसमें आपातकालीन और टा्रॅमा के लिए 30 बिस्तर, आईसीयू विशेषता और सुपर स्पेशलिटी बिस्तर, एक 100 एमबीबीएस सीटों वाला मेडिकल कॉलेज छात्रावास और आवासीय क्वार्टरों के साथ शामिल है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान संशोधन अधिनियम, 2013 के द्वारा एक स्वायत्त संस्थान और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था।
उद्देश्य एवं लक्ष्य
चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य देखभाल आदि में उत्कृटता केंद्र स्थापित करना, वैज्ञानिक संस्कृति से ओत-प्रोत अनुसंधान, बीमारों के प्रति करूणा और वंचितों की सेवा हेतु प्रतिबद्धता।
एम्स रायबरेली से संबंधित विशेष जानकारी इस प्रकार है –
परियोजना का नाम : एम्स, रायबरेली |
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यदि, कोई टिप्पणी हो। |
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परियोजना के अनुमोदन की तिथि |
फरवरी 2009 |
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परियोजना की स्वीकृत लागत |
रू. 823 करोड़ |
चरण- I कार्य (आवासीय क्वार्टर, छात्रावास और अस्थायी ओपीडी) का उद्घाटन किया गया और साथ ही चरण- II कार्य (अस्पताल और मेडिकल कॉलेज ब्लॉक) का शिलान्यास 16 दिसम्बर 2018 को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा किया गया था। |
कार्यकारी एजेंसी |
मैसर्स एचएससीसी(इंडिया) लिमिटेड |
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भौतिक प्रगति |
100% |
17 विभाग क्रियाशील हैं। रेडियालॉजी सेवाए चीबीस घंटे पूरी तरह क्रियाशील हैं। प्री-क्लिनिकल, पैरा-क्लिनिकल, क्लिनिकल और सुपर-स्पेशयलिटी विभाग क्रियाशील हैं। |
वित्तीय प्रगति |
94% |
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सुविधाएँ, जो पहले से ही चालू हैं (यह भी बताएं, कि कब से) |
(क) ओपीडी कार्यात्मक है, दिनांकः 13 अगस्त 2018 (ख) एचएलएल-अमृत फार्मेसी, कार्यत्मकः अक्टूबर 2019 से। (ग) एम्बुलेंस सेवाएँ : फरवरी 2020 से दो एम्बुलेंस (एक एएलएस, एक बीएलएस एम्बुलेंस) उपलब्ध है। |
आज की तारीख में एम्स रायबरेली में चालू सेवाएं -
1. 1. डायग्नोस्टिक ब्लॉक :- (क) रेडियोलॉजी सेवाएं :- एक्स-रे, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन और एमआरआई स्कैन सहित, इंटरवेंशन रेडियोलॉजी, (ख) पैथोलॉजिकल सेवाएंः फ्रोजन सेक्शन अध्ययन, साइटोलॉजी, हेमेटोलॉजी, बायोमार्कर सहित हिस्टोपैथोलॉजी अध्ययन (ग) जैव रसायनः एबीजी, इलेक्ट्रोलाइट्स, सभी नियमित और आपातकालीन जांच सेवाएं (घ) सूक्ष्म जैविक जाँचः संस्कृति संवेदनशीलता, आरटी-पीसीआर, वायरल मार्कर, सभी नियमित और आपातकालीन जाँच।
2. 2. ओटी ब्लॉकः ओटी की कुल संख्या :- 12 प्रमुख, जिनमें 02 आपातकालीन और 02 प्रसूति ओटी शामिल हैं।
3. 3. ओपीडी सेवाएं (अब तक)ः- 4. कुल ओपीडी-629160 डे केयर सेवाएं- लैब डायग्नोस्टिक्स- जैव रसायन- 911797 पैथोलॉजी-27304 माइक्रोबायोलॉजी-14855 हिमैटोलॉजी-940793 सीरोलॉजी-37602 रेडियोलॉजिकल जाँचः यूएसजी-4356; एक्स रे- 75008; सीटी स्कैन-5802; एमआरआई-4434
कोविड वार्ड :- 1. कोविड वार्ड : 82$238 अन्य विभाग से कुछ स्थानांतरण 2. कोविड आईसीयू : 180
इस स्तर पर प्रति दिन औसत ओपीडी मरीज : 1800-2000 (क) पीएमजेएवाई आयुष्मान भारत योजना : प्रारम्भ (ख) एबीडीएम पैनलबद्ध (ग) एचएलएल-अमृत फार्मेसी अक्टूबर 2019 से कार्यात्मक 4. आईपीडी सेवाएं (कुल बिस्तर 610) (क) अब तक भर्ती मरीजः6207 (ख) 91 कोविड रोगियों का इलाज किया गया $ अन्य मामलों को अन्य विभाग में स्थानांतरित किया गया। (ग) प्रमुख आटी प्रक्रियाएं-1054 (घ) माइनर ओटी प्रक्रियाएं-495 (ड.)कार्डियोलॉजी के मरीजों का इलाज एंजियोग्राफी- 301 और एंजियोप्लास्टी-141 (च) इंटरवेंशन रेडियोलॉजीः 166 (छ) घुटने औैर कुल्हे का प्रतिस्थापनः 03 02$01 घंटे। (ज) नवजात और बाल चिकित्सा सर्जरीः 118 झन्यूरोसर्जिकल प्रक्रियाएंः 219 (झ) हेमोडायलिसिस प्रक्रियाएंः 139 (´) पीआईसीयूः 37
5. अन्य सेवाएँ- 1. आधान चिकित्सा सेवाएं Û रक्त बैंक और रक्त घटक सेवाएं 2. हरित परिसर 3. सौर परियोजनाः 4. सीओटीपीए अधिनियम का निहितार्थ (तंबाकू उत्पादों को जब्त करना और जुर्माना लगाना।) 5. बीपीएल रोगियों के लिए निःशुल्क सेवाएं 6. रेड जोन में पहले 24 घंटे फ्री इमरजेंसी 7. नशा मुक्ति केंद्र 8. औषधि निगरानी एवं एडीआर केंद्र
कुल कार्यात्मक विभाग-29
Û विशेषता विभाग-16 1. एनेस्थीसिया 2. दंत चिकित्सा 3. त्वचा विज्ञान 4. ईएनटी 5. सामान्य चिकित्सा 6. सामान्य सर्जरी 7. कीटाणु-विज्ञान 8. प्रसूति एवं स्त्री रोग 9. नेत्र विज्ञान 10. हड्डी रोग 11. बाल चिकित्सा 12. विकृति विज्ञान 13. मनचिकित्सा 14. रेडियो-निदान 15. आधान चिकित्सा 16. विकृति विज्ञान एवं लैब मेडिसिन
सुपर स्पेशलिटी-6 1. हृदय रोग विज्ञान 2. हृदय तथा वक्ष-गह्वर संबंधी विज्ञान 3. तंत्रिका विज्ञान 4. तंत्रिका शल्य चिकित्सा 5. बाल शल्य चिकित्सा 6. मूत्र रोग विज्ञान
शिक्षण विशेषता-6 1. शरीर रचना विज्ञान 2. जैव रसायन 3. सामुदायिक चिकित्सा 4. विष विज्ञान सहित फॉरेसिंक मेडिसिन 5. औषध विज्ञान 6. शरीर क्रिया विज्ञान
अन्य विभाग-01 1. शारीरिक चिकित्सा एवं पुनर्वास
9. मेडिकल कॉलेज :- एमबीबीएस सितंबर 2019 से
10.टेलीमेडिसिन ईसंजीवनीः-
11.सामुदायिक सहभागिता स्वास्थ्य शिविर |
विशेष सेवाएं |
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1. एमआरयू 2. वीआरडीएल 3. डॉट्स 4. एसीटीसी |
परिकल्पित सुविधाएं (कृपया सभी सुविधाओं का उल्लेख करें।) |
क. मुख्य अस्पताल खण्ड (610 बिस्तर वाला छात्रावास) ख. आवासीय परिसर ग. इनडोर तथा आउटडोर अस्थायी सुविधा |
आज की तारीख में : 610 बिस्तरों वाली आंतरिक सेवाएं चालू हैं। नियोजित- कैंसर ब्लॉक, आयुष, नर्सिंग कॉलेज, क्रिटिकल केयर ब्लॉक, सभागार, अतिथि गृह। |
इस परियोजना से उप्र राज्य तथा पड़ोसी राज्य के लोगों को क्या लाभ प्राप्त होंगे। (उनके नामों को इंगित करें।) |
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एम्स रायबरेली उत्तर प्रदेश के पूर्वी और मध्य क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जो बिहार, उत्तराखण्ड तथा मध्य प्रदेश राज्यों की सीमा से लगा हुआ है। रायबरेली वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ और कानपुर जैसे घनी आबादी वाले शहरों के बीच स्थित होने के साथ-साथ अयोध्या और चित्रकूट के आस-पास स्थित होने के कारण 50 मिलियन से अधिक आबादी के लिए संप्रेषण केंद्र के रूप में कार्य करता है। यह संस्थान तीन एक्सप्रेस-वे (राष्टीय राजमार्ग) के संगम पर स्थित है और उत्तर प्रदेश के लिए प्रमुख ट्रॉमा और आपातकालीन खानपान अस्पताल के रूप में कार्य करता है। |
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