ग्रामोद्योग विकास
योजना के अंतर्गत 400 बी बॉक्स, 100 विद्युत चलित चाक, 40 फल और सब्जी
प्रशोधन, 20 मसाला और 20 वेस्टवुड टूलकिट्स का वितरण.
‘‘मोदी सरकार की गारंटी’वाली ‘नये भारत की नयी खादी’ ने ‘आत्मनिर्भर और विकसित भारत अभियान’ को नयी दिशा दी:- मनोज कुमार
ग्रामोद्योग विकास
योजना के अंतर्गत 400 बी बॉक्स, 100 विद्युत चलित चाक, 40 फल और सब्जी
प्रशोधन, 20 मसाला और 20 वेस्टवुड टूलकिट्स का वितरण.
‘‘मोदी सरकार की गारंटी’वाली ‘नये भारत की नयी खादी’ ने ‘आत्मनिर्भर और विकसित भारत अभियान’ को नयी दिशा दी:- मनोज कुमार
लखनऊ .खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम
उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने ग्रामोद्योग
विकास योजना के अंतर्गत के०बी०बी०यस० इंटरनेशनल स्कूल, दोहरीघाट, मऊ में
400 बी बॉक्सेस, 100 विद्युत चलित चाक, 40 फल और सब्जी प्रशोधन, 20 मसाला
और 20 वेस्टवुड मशीनरी और टूलकिट का वितरण किया ।
वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष केवीआईसी श्री मनोज कुमार ने
कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘मोदी सरकार
की गारंटी’ वाली ‘नये भारत की नयी खादी’ ने ‘आत्मनिर्भर और विकसितभारत
अभियान’ को नयी दिशा दी है। पिछले 10 वर्षों में खादी उत्पादों की बिक्री
में चार गुना से अधिक की बिक्री ने ग्रामीण भारत के कारीगरों को आर्थिक रूप
से समृद्ध किया है। वितरण कार्यक्रम में केवीआईसी के मंडलीय कार्यालय,
गोरखपुर के अंतर्गत आनेवाले 7 जिलों के लाभार्थियों को 400 बी बॉक्सेस, 100
विद्युत चलित चाक, 40 फल और सब्जी प्रशोधन, 20 मसाला और 20 वेस्टवुड
मशीनरी और टूलकिट का वितरण किया गया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि
पूरे देश में इस समय 3000 से अधिक खादी संस्थाएं कार्यरत हैं जिसके माध्यम
से 5 लाख से अधिक खादी कारीगरों और कार्यकर्ताओं को रोजगार मिल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि मंडलीय कार्यालय गोरखपुर के अंतर्गत करीब 50 खादी
संस्थाएं कार्यरत हैं जिनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के करीब 12 हजार से
अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है, जिसमें महिलाओं की करीब 80 प्रतिशत
भागीदारी है। उन्होंने बताया कि मंडलीय कार्यालय, गोरखपुर क्षेत्र में खादी
ने उत्पादन और बिक्री के नये रिकॉर्ड पिछले वर्षों में हासिल किये हैं ।
उन्होंने आगे कहा कि गोरखपुर क्षेत्र की खादी संस्थाओं का उत्पादन
वित्तवर्ष 2021-22 में जहां 29.42 करोड़ रुपये से अधिक था वहीं 2022-23 में
ये बढ़कर 38.72 करोड़ रुपये तक पहुंच गया । इसी तरह से 2021-22 में खादी
कपड़ों की बिक्री जहां 85.76 करोड़ रुपये से अधिक थी वहीं ये वित्त वर्ष
2022-23 में बढ़कर 91.23 करोड़ रुपये के आंकड़े तक पहुंच गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष महोदय ने बताया कि विगत 10 वर्षों
में मंडलीय कार्यालय, गोरखपुर के अंतर्गत लगभग 560 कुम्हारों को विद्युत
चालित चाक का वितरण किया जा चुका है साथ ही लगभग 480 लाभार्थियों को 4800
बी बॉक्सेस का वितरण किया जा चुका है । वितरित किये गए मशीनों एवं बी
बॉक्सेस से लाभार्थियों को आपनी आय बढ़ने में काफी मदद मिली है एवं वो लोग
आत्मनिर्भरता की और बढ़ रहे है। अध्यक्ष केवीआईसी ने आगे कहा कि स्थानीय
कारीगरों को आधुनिक ट्रेनिंग और टूलकिट प्रदान कर केवीआईसी उन्हें आधुनिक
बनाने के साथ-साथ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल
अभियान’ से भी जोड़ रहा है । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन
इंडिया' और 'लोकल टू ग्लोबल' मंत्र ने खादी को वैश्विक मंच पर नयी पहचान
दिलाई है। पिछले 10 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार
1.34 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है, जबकि इस दौरान 9.50 लाख
से अधिक नये रोजगार का सृजन हुआ है।
आयोग के अध्यक्ष महोदय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के
नेतृत्व में खादी और ग्रामोद्योग आयोग ग्रामीण भारत के कारीगरों को सशक्त
कर रहा है। उन्होंने गोरखपुर क्षेत्र के युवाओं और बेरोजगारों से अपील की
वो खादी से जुड़कर आत्मनिर्भर बने और विकसित भारत अभियान में अपना योगदान
दें।
वितरण कार्यक्रम में खादी संस्थाओं के प्रतिनिधि, खादी कार्यकर्ता और
कारीगर, ग्रामोद्योग विकास योजना के लाभार्थियों समेत केवीआईसी और उत्तर
प्रदेश सरकार के अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम
उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने ग्रामोद्योग
विकास योजना के अंतर्गत के०बी०बी०यस० इंटरनेशनल स्कूल, दोहरीघाट, मऊ में
400 बी बॉक्सेस, 100 विद्युत चलित चाक, 40 फल और सब्जी प्रशोधन, 20 मसाला
और 20 वेस्टवुड मशीनरी और टूलकिट का वितरण किया ।
वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष केवीआईसी श्री मनोज कुमार ने
कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘मोदी सरकार
की गारंटी’ वाली ‘नये भारत की नयी खादी’ ने ‘आत्मनिर्भर और विकसितभारत
अभियान’ को नयी दिशा दी है। पिछले 10 वर्षों में खादी उत्पादों की बिक्री
में चार गुना से अधिक की बिक्री ने ग्रामीण भारत के कारीगरों को आर्थिक रूप
से समृद्ध किया है। वितरण कार्यक्रम में केवीआईसी के मंडलीय कार्यालय,
गोरखपुर के अंतर्गत आनेवाले 7 जिलों के लाभार्थियों को 400 बी बॉक्सेस, 100
विद्युत चलित चाक, 40 फल और सब्जी प्रशोधन, 20 मसाला और 20 वेस्टवुड
मशीनरी और टूलकिट का वितरण किया गया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि
पूरे देश में इस समय 3000 से अधिक खादी संस्थाएं कार्यरत हैं जिसके माध्यम
से 5 लाख से अधिक खादी कारीगरों और कार्यकर्ताओं को रोजगार मिल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि मंडलीय कार्यालय गोरखपुर के अंतर्गत करीब 50 खादी
संस्थाएं कार्यरत हैं जिनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के करीब 12 हजार से
अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है, जिसमें महिलाओं की करीब 80 प्रतिशत
भागीदारी है। उन्होंने बताया कि मंडलीय कार्यालय, गोरखपुर क्षेत्र में खादी
ने उत्पादन और बिक्री के नये रिकॉर्ड पिछले वर्षों में हासिल किये हैं ।
उन्होंने आगे कहा कि गोरखपुर क्षेत्र की खादी संस्थाओं का उत्पादन
वित्तवर्ष 2021-22 में जहां 29.42 करोड़ रुपये से अधिक था वहीं 2022-23 में
ये बढ़कर 38.72 करोड़ रुपये तक पहुंच गया । इसी तरह से 2021-22 में खादी
कपड़ों की बिक्री जहां 85.76 करोड़ रुपये से अधिक थी वहीं ये वित्त वर्ष
2022-23 में बढ़कर 91.23 करोड़ रुपये के आंकड़े तक पहुंच गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष महोदय ने बताया कि विगत 10 वर्षों
में मंडलीय कार्यालय, गोरखपुर के अंतर्गत लगभग 560 कुम्हारों को विद्युत
चालित चाक का वितरण किया जा चुका है साथ ही लगभग 480 लाभार्थियों को 4800
बी बॉक्सेस का वितरण किया जा चुका है । वितरित किये गए मशीनों एवं बी
बॉक्सेस से लाभार्थियों को आपनी आय बढ़ने में काफी मदद मिली है एवं वो लोग
आत्मनिर्भरता की और बढ़ रहे है। अध्यक्ष केवीआईसी ने आगे कहा कि स्थानीय
कारीगरों को आधुनिक ट्रेनिंग और टूलकिट प्रदान कर केवीआईसी उन्हें आधुनिक
बनाने के साथ-साथ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल
अभियान’ से भी जोड़ रहा है । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन
इंडिया' और 'लोकल टू ग्लोबल' मंत्र ने खादी को वैश्विक मंच पर नयी पहचान
दिलाई है। पिछले 10 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार
1.34 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है, जबकि इस दौरान 9.50 लाख
से अधिक नये रोजगार का सृजन हुआ है।
आयोग के अध्यक्ष महोदय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के
नेतृत्व में खादी और ग्रामोद्योग आयोग ग्रामीण भारत के कारीगरों को सशक्त
कर रहा है। उन्होंने गोरखपुर क्षेत्र के युवाओं और बेरोजगारों से अपील की
वो खादी से जुड़कर आत्मनिर्भर बने और विकसित भारत अभियान में अपना योगदान
दें।
वितरण कार्यक्रम में खादी संस्थाओं के प्रतिनिधि, खादी कार्यकर्ता और
कारीगर, ग्रामोद्योग विकास योजना के लाभार्थियों समेत केवीआईसी और उत्तर
प्रदेश सरकार के अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
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