लाइटहाउस पर्यटन को बढ़ावा देने वाली चार दिवसीय लाइटहाउस फोटो प्रदर्शनी का सफलतापूर्वक संपन्न

 

पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत लाइटहाउस एवं लाइटशिप निदेशालय ने आज यहां 3 मार्च से 7 मार्च, 2024 तक आयोजित एक अनूठी लाइटहाउस फोटो प्रदर्शनी का सफलतापूर्वक समापन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली के एआईएफएसीएस में किया गया था। इस कार्यक्रम ने आगंतुकों एवं गणमान्य व्यक्तियों का काफी ध्यान आकर्षित किया।

इस अवसर पर पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के सचिव श्री टीके रामचंद्रन, लाइटहाउस एवं लाइटशिप महानिदेशालय (डीजीएलएल) के महानिदेशक श्री एन. मुरुगानंदम और मंत्रालय एवं डीजीएलएल के अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस फोटो प्रदर्शनी में 100 तस्वीरों का एक मनमोहक संग्रह प्रदर्शित किया गया, जो भारत के समुद्र तट पर अलग-थलग पड़े लाइटहाउसों की सुंदरता एवं ऐतिहासिक महत्व को उजागर करता है।

पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के सचिव, आईएएस श्री टीके रामचंद्रन ने आज समापन कार्यक्रम के दौरान कहा, 'प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी दृष्टिकोण से निर्देशित इस प्रदर्शनी ने इन समुद्री स्थलों के कालातीत आकर्षण और ऐतिहासिक महत्व की याद दिलाई है। यह कार्यक्रम लाइटहाउस पर्यटन को बढ़ावा देने, इन प्रतिष्ठित संरचनाओं को जीवंत पर्यटन स्थल के रूप में पुनर्जीवित करने और भारत के समुद्र तटवर्ती इलाकों के आर्थिक विकास एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।'

लाइटहाउस पर्यटन को बढ़ावा देने उद्देश्य से तैयार किया गया यह कार्यक्रम देश के सभी लाइटहाउसों को पर्यटन स्थलों में बदलने संबंधी मंत्रालय की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। हाल में 28 फरवरी को प्रधानमंत्री द्वारा देश भर में 75 लाइटहाउसों में पर्यटन सुविधाओं का उद्घाटन किया गया। इसके साथ ही भारत के ये विशिष्ट लाइटहाउस अपनी शानदार संरचनाओं की समृद्ध संस्कृति, महत्व एवं आकर्षण का प्रदर्शन करते हुए मनोरम पर्यटन स्थल बनने के लिए तैयार हैं।

लाइटहाउस एवं लाइटशिप महानिदेशालय दूरदर्शी एमआईवी 2030 पहल के तहत देश भर में लाइटहाउस पर्यटन को सक्रिय तौर पर बढ़ावा दे रहा है। इस पहल का उद्देश्य मौजूदा लाइटहाउस सुविधाओं को विरासत एवं समुद्री संग्रहालयों के विकास के साथ-साथ वैकल्पिक उपयोगों के लिए पुनर्जीवित करना है। जिन लाइटसाउसों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं उनमें चेन्नई में अलेप्पी एवं कन्नूर, केरल में विझिंगम, थंगासेरी एवं वाइपिन और ओडिशा में चंद्रभाग शामिल हैं। इसके अलावा, मैरीटाइम अमृत काल विजन 2047 का उद्देश्य लाइटहाउसों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना, स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करना है।

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