सीबीडीटी विशेष अभियान 4.0 में शामिल होगा

प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी), भारत सरकार वर्षों से सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता के लिए विशेष अभियान चला रहा है और विशेष अभियानों का माध्यम से लंबित मामलों का निपटान कर रहा है। डीएआरपीजी द्वारा जल्द ही विशेष अभियान 4.0 शुरू किया जाएगा।केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अपने अधीनस्थ कार्यालयों के साथ, अब तक आयोजित विशेष अभियानों के सभी चरणों में उत्साहपूर्वक भाग लिया है और विशेष अभियान 4.0 में शामिल होने के लिए तैयार है।वास्तव में, सीबीडीटी ने देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित आयकर विभाग के कार्यालयों में स्वच्छता को लेकर विशेष अभियान 3.0 को जारी रखा हुआ है। विशेष अभियान 3.0 के बाद पूरे देश में लगभग 350 स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाया गया है। इसके अलावा, देश भर में कार्यालय स्थलों में वृद्धि एवं कुशल प्रबंधन, बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं, पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं, नागरिक-केंद्रित पहलों आदि की दिशा में विभिन्न गतिविधियां भी नियमित आधार पर की गई हैं।सीबीडीटी विभिन्न क्षेत्रों को सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। आयकर विभाग, उत्तर-पूर्व क्षेत्र, नियमित रूप से "एनईआर कन्वर्सेस" विषय के अंतर्गत सभी वर्गों के नागरिकों तक पहुंच रहा है। इसके हिस्से के रूप में, 29.04.2024 को तवांग (अरुणाचल प्रदेश), 03.06.2024 को आइजोल (मिजोरम) और 29.07.2024 को मोकोकचुंग (नागालैंड) में आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन आयोजनों के दौरान प्रतिभागियों को कर प्रशासन के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूक किया गया और आयकर अधिनियम, 1961 ('अधिनियम') के अंतर्गत उनके कर्तव्यों के बारे में भी संवेदनशील बनाया गया, जो उन्हें अधिनियम के लागू प्रावधानों के अंतर्गत छूट का पात्र बनाएगा।

मोकोकचुंग, नागालैंड (29.07.2024)

आइजोल, मिजोरम (03.06.2024)

तवांग, अरुणाचल प्रदेश (29.04.2024)

 

विभाग ने विशेष अभियान 2.0 के भाग के रूप में शुरू की गई हरित आयकर पहल को भी आगे बढ़ाया। हरित आयकर पहल के अंतर्गत, आयकर कार्यालय परिसर, कन्नूर, केरल में लगभग 13,000 वर्ग फुट क्षेत्र का एक सूक्ष्म वन (वनस्पति उद्यान) बनाया गया, जिसमें विभिन्न सब्जियों वाले विविध पुनरुत्पादक उद्यान हैं। उद्यान भूजल का जीर्णोद्धार और जैविक संसाधनों के साथ मिट्टी का पुनः निषेचन में भी मदद करता है।

इसके अलावा, जीएचजी उत्सर्जन को कम करते हुए, जैविक कचरे को नवीकरणीय ऊर्जा और मिट्टी उत्पादों में पुनर्चक्रित करके हवा, पानी और मिट्टी की रक्षा के लिए, आयकर भवन, कोच्चि और आयकर आवासीय क्वार्टर, कोच्चि में बायो-गैस संयंत्र स्थापित किए गए हैं।

 

स्वच्छता विष्य के अंतर्गत कार्यालय स्थलों के संवर्धन और कुशल प्रबंधन के भाग के रूप में, स्क्रैप और पुराने रिकॉर्ड को हटाकर आयकर कार्यालय, भोपाल में एक नया मनोरंजन हॉल सह क्रेच का निर्माण किया गया है।

पहले

बाद में

 

केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा विशेष अभियान 3.0 में कर्मयोगी भारत के आईजीओटी प्लेटफॉर्म पर आयकर विभाग में शिकायत निवारण तंत्र पर  ई-लर्निंग पाठ्यक्रम के लिए एक मॉड्यूल का उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य जन शिकायत निवारण के लिए विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की क्षमता का निर्माण करना है। शिकायत निवारण मॉड्यूल की सामग्री में विभाग के विभिन्न कार्यक्षेत्रों जैसे सीपीसी, आईटीबीए, एनएडीटी और विभाग के विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त इनपुट शामिल हैं। इस क्षेत्र में अधिकारियों और कर्मचारियों के क्षमता निर्माण पर लगातार बल देने के साथ, उपरोक्त पाठ्यक्रमों की शुरूआत के बाद से विभाग के 36,270 से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों ने इनमें नामांकन लिया है और इससे लाभान्वित हुए हैं।

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