केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री, श्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में 13वें भारतीय मानव संसाधन प्रबंधन समिति (एसएचआरएम) के वार्षिक सम्मेलन और प्रदर्शनी 2024 में अपने मुख्य भाषण के दौरान कहा कि स्थिरता एक ऐसा क्षेत्र है जहां भारत ने इसके समाधान का हिस्सा बनने के लिए चुना है और अब, पहले की तुलना में तेजी से बदलाव हो रहा है।
श्री गोयल ने सम्मेलन के विषय "इंडिया नाउ: नेविगेटिंग चेंज" की ओर इशारा करते हुए कहा कि हरित हाइड्रोजन, हरित अमोनिया और अधिक भंडारण में भारत के प्रवेश से जलवायु परिवर्तन से निपटने में समग्र रूप से सहायता मिलेगी और कच्चे तेल पर देश के आयात बिल में कमी आएगी, जिससे व्यापार घाटा कम होगा और विदेशी मुद्रा की आवश्यकता में कमी आएगी। सर्कुलर इकोनॉमी को अपनाने, विद्युत गतिशीलता की ओर बढ़ने, नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करने और शेष विश्व को ऊर्जा प्रदान करने का हमारा प्रयास भारत और दुनिया के लिए जीवन की गुणवत्ता को प्रोत्साहन देगा।
उन्होंने कहा कि सरकार के साहसिक और निर्णायक फैसले, नागरिकों की भलाई के लिए प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के उसके प्रयास और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने से भारत को वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने में सहायता मिलेगी।
श्री गोयल ने कहा कि दशकीय न्यूनतम मुद्रास्फीति, विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से वृद्धि और तीव्र आर्थिक विकास के मामले में भारत की परिवर्तनकारी वृद्धि ने "विश्व का भरोसेमंद भागीदार" उपनाम अर्जित किया है। दुनिया भर में भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश के फायदे का विस्तार करते हुए उन्होंने कहा कि सड़क, बिजली, डिजिटल संपर्क जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के सरकार के प्रयास तेजी से देश के प्र्त्येक व्यक्ति तक पहुंच रहे हैं, जो भविष्य के साथ जोडकर युवाओं का एक राष्ट्र तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि यही आज का भारत है।
भारत की अध्यक्षता में जी-20 के विषय "एक विश्व, एक परिवार और एक भविष्य" का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री महोदय ने कहा कि भारत, विश्व की पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की प्रगति के साथ भारत पसंदीदा निवेश स्थल भी बन गया है। उन्होंने कहा कि आज का भारत कल के भारत की नींव है। उन्होंने कहा कि हमने एक मजबूत व्यापक आर्थिक नींव तैयार की है, हमने बड़ा सोचने के लिए देश की मानसिकता को बदल दिया है और अगर हम खुद को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण और मिशन के साथ जोड़ते हैं तो हमें अपने सपनों को हासिल करने का पूरा विश्वास है।
कम लागत वाले स्मार्टफोन, डेटा प्रदान करने और बड़ी मात्रा में डिजिटल लेनदेन को बाकी दुनिया की तुलना में बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में भारत के आदर्श बदलाव के बारे में बोलते हुए, श्री गोयल ने बल देकर कहा कि भारत 6-जी में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें आशा है कि हम बाकी दुनिया से पहले देश में 6-जी सेवा उपलब्ध कराकर इसका उपयोग शुरू करेंगे।
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