भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) के अंतर्गत सीपीएसयू आईआरईएल (इंडिया) लिमिटेड और उस्त-कामेनोगोर्स्क टाइटेनियम एवं मैग्नीशियम प्लांट जेएससी, (यूकेटीएमपी जेएससी) कजाकिस्तान ने भारत में टीआई स्लैग के उत्पादन के लिए इंडो-कजाख संयुक्त उद्यम कंपनी (जेवीसी): आईआरईयूके टाइटेनियम लिमिटेड की स्थापना के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते पर भारत की ओर से आईआरईएल (इंडिया) लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ दीपेन्द्र सिंह तथा यूकेटीएमपी जेएससी की अध्यक्ष सुश्री असीम ममुटोवा ने और कजाकिस्तान की ओर से कजाकिस्तान के उद्योग और निर्माण उपमंत्री श्री ईरान शारखान तथा कजाकिस्तान में पूर्वी कजाकिस्तान क्षेत्र के अकीम श्री यरमेक कोशेरबायेव और भारत में कजाकिस्तान के राजदूत श्री नुरलान झालगासबायेव के साथ डीएई सचिव और परमाणु ऊर्जा आयोग (एईसी) के अध्यक्ष डॉ ए.के मोहंती की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
यह संयुक्त उद्यम भारत में टाइटेनियम मूल्य श्रृंखला विकसित करने में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा। इससे निम्न श्रेणी के इल्मेनाइट को उच्च श्रेणी के टाइटेनियम फीडस्टॉक में परिवर्तित किया जाएगा साथ ही इससे ओडिशा में रोजगार सृजन के अवसरों का भी सृजन होगा। यूकेटीएमपी जेएससी द्वारा ऑफटेक व्यवस्था देश के लिए मूल्यवान विदेशी मुद्रा अर्जित करने और यूकेटीएमपी जेएससी को कच्चे माल की सुरक्षा में सहायता करने में सहायक होगी। इस प्रकार, आईआरईएल और यूकेटीएमपी जेएससी के बीच संयुक्त उद्यम दोनों कंपनियों की ब्रांड इक्विटी को बढ़ाएगा और साथ ही टाइटेनियम मूल्य श्रृंखला में भारत और कजाकिस्तान के लिए विकास इंजन के रूप में कार्य करेगा।
आईआरईएल ओडिशा में अपने संचालन के दौरान अधिशेष इल्मेनाइट तैयार करता है और इस मामले में दुनिया भर में गुणवत्ता वाले खनिजों और दुर्लभ पृथ्वी यौगिकों की आपूर्ति के जाना जाता है। यूकेटीएमपी जेएससी, कजाकिस्तान दुनिया के सबसे बड़े एकीकृत टाइटेनियम उत्पादकों में से एक है। इसमें कच्चे माल के निष्कर्षण से लेकर उच्च मूल्यवर्धित उत्पाद जिसमें टाइटेनियम स्पंज और सिल्लियां शामिल हैं। यूकेटीएमपी जेएससी के उत्पादों को एयरोस्पेस उद्योग के सभी विश्व निर्माताओं जैसे बोइंग और एयरबस द्वारा प्रमाणित किया जाता है। 100 प्रतिशत टाइटेनियम उत्पादों को अत्यधिक विकसित देशों में निर्यात किया जाता है।
संयुक्त उद्यम कंपनी ओडिशा से आईआरईएल के इल्मेनाइट का उपयोग करके टाइटेनियम स्लैग के उत्पादन के लिए टाइटेनियम मूल्य श्रृंखला में संयंत्र स्थापित करके संबंधित कंपनियों की क्षमता को समन्वित करने की अवधारणा रखती है। यूकेटीएमपी जेएससी न सिर्फ टीआई स्लैग के उत्पादन की तकनीक प्रदान करेगा बल्कि अपने टीआई स्पंज संयंत्र में आगत के लिए इसका उपयोग करेगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में, डीएई के सचिव डॉ. ए.के. मोहंती ने आईआरईएल (इंडिया) लिमिटेड के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि डीएई के प्लैटिनम जयंती वर्ष में स्थापित किया जा रहा नया संयुक्त उद्यम इंडो-कजाख संयुक्त उद्यम कंपनी (जेवीसी): आईआरईयूके टाइटेनियम लिमिटेड, देश में टाइटेनियम स्लैग उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त करेगा।
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